अजयारविन्द नामदेव, शहडोल। मध्यप्रदेश में भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारियों के काले कारनामे आए दिन सामने आते रहते हैं. ऐसा ही मामला शहडोल जिले के रजिस्ट्रार कार्यालय से सामने आया है. जहां EOW ने बड़ी कार्रवाई की है. उप पंजीयक कार्यालय सोहागपुर में उप पंजीयक के पद पर पदस्थ जयसिंह शिकरवार ने रजिस्ट्रियों की कॉपी प्रदान करने के एवज में अपने अधिनस्त कर्मचारी से 1 लाख रुपए की मांग की थी. जिसका सत्यापन करने के बाद EOW की टीम ने 1 लाख रुपए लेते उसे रंगे हाथों पकड़ा है. एक दिन पहले इसी तरह से जयसिहंनगर रेन्जर ने ट्रैक्टर छोड़ने के एवज में 50 हजार रुपये की मांग करने पर लोकायुक्त की टीम ने कार्रवाई की थी.

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जिले के राजेश मिश्रा नामक व्यक्ति ने रजिस्टार कार्यालय में की गई रजिस्ट्रियों की कॉपी की मांग किये जाने पर उप पंजीयक कार्यालय में सोहागपुर में उप पंजीयक के पद पर पदस्थ जयसिंह शिकरवार ने अपने अधिनस्त कर्मचारी दिवाकर द्विवेदी के माध्यम से राजेश मिश्रा से 1 लाख रुपए की मांग की थी. जिसकी शिकायत राजेश मिश्रा ने EOW से की थी. जिस पर आज EOW की टीम ने दबिश देकर दिवाकर द्विवेदी को एक लाख रुपए लेते रंगे हाथों पकड़ा है. उप पंजीयक जयसिंह शिकरवार ने जिन दस्तावेजों के एवज में पैसे मांगे थे वे दस्तावेज उप पंजीयक के पास से जब्त किया गया है. जिस पर कार्रवाई की गई है.

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बता दें कि एक दिन पहले जयसिहंनगर वन परिक्षेत्र रेन्जर महेंद्र सिंह यादव ने पुलिस विभाग के एसआई से ट्रैक्टर छुड़ाने के नाम पर 50 हजार रुपए के रिश्वत की मांग की थी. जिस पर लोकायुक्त रीवा की टीम ने कार्रवाई करते हुए रेंजर को पकड़ा था. एक दिन भी नहीं बीता की एक और रिश्वत लेने का मामला जिले में सामने आ गया. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि शहडोल में भ्रष्टाचार चरम पर है. घूसखोरी जमकर चल रही है.

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