रायपुर. छत्तीसगढ़ में हुए एक ताजा राजनीतिक घटनाक्रम में मुख्यमंत्री रमन सिंह ने ऐलान किया कि अब वे कोई भी चुनाव नहीं लड़ेगें. वे गरीबों की सेवा के लिए अस्पताल खोलेंगे. उनके इस बयान के बाद छत्तीसगढ़ की राजनीति में भूचाल आ गया है.

रमन सिंह ने एक बयान देकर छत्तीसगढ़ की राजनीति के समीकरण बदल दिए हैं. गौरतलब है कि राज्य के तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके रमन सिंह छत्तीसगढ़ में भाजपा के पोस्टर ब्वाय हैं. पार्टी उनके भरोसे ही चुनावी वैतरणी पार करने की उम्मीद कर रही थी लेकिन रमन के इस फैसले के बाद भाजपा के रणनीतिकारों के चेहरे पर चिंता की लकीरें आ गई हैं.

खास बात ये है कि कल 31 मार्च को ही रमन सिंह ने लोक सुराज अभियान खत्म किया था. उसके बाद रमन ने बकायदा पत्रकारों को सरकार की उपलब्धियों के बारे में भी बताया. उस दौरान किसी को भी उम्मीद नहीं थी कि वे इतना बड़ा फैसला ले लेंगे.

अब भाजपा के लिए ये चिंता की बात है कि चुनावी साल में पार्टी किसको रमन की जगह सीएम पद का उम्मीदवार घोषित करेगी. क्योंकि रमन सिंह पार्टी के पोस्टर ब्वाय रहे हैं. राज्य में भाजपा उन्हीं के नाम और काम के दम पर चुनाव जीतती रही है. ऐसे वक्त में रमन सिंह का बयान कि वे चुनाव नहीं लड़ेंगे औऱ गरीबों के लिए अस्पताल खोलकर उनकी सेवा करेंगे. पार्टी के लिए किसी झटके से कम नहीं है. देखना है कि भाजपा इस झटके से कैसे उबरती है. वैसे रमन सिंह के एक फैसले ने पार्टी के लाखों कार्यकर्ताओं को मायूस कर दिया है.

(इस खबर का सत्यता से कोई लेना-देना नहीं है, आज एक अप्रैल है, अब तक आप समझ गए होंगे, कृपया इसे हास्य-व्यंग्य में ही लें)