कुमार इन्दर, जबलपुर। मध्य प्रदेश में पुलिस ने जाली जर्नलिस्ट गैंग्स ऑफ जबलपुर का पर्दाफाश किया है. यह ऐसा गिरोह है जो लोगों को कभी पत्रकार, कभी पुलिस तो कभी क्राइम ब्रांच के अधिकारी बनकर ब्लैकमेल किया करते थे. पुलिस के हत्थे चढ़े 9 आरोपियों में से कुछ लोग फर्जी पत्रकार बनकर लोगों से वसूली करने का काम करते थे. इनमें से कुछ आरोपी नामी न्यूज चैनलों की माइक आईडी बनाकर लोगों को धमकाने और पैसा वसूलने का काम करते थे.
दरअसल जाली जर्नलिस्ट गैंग्स के कुछ सदस्य महिलाओं के अश्लील वीडियो बनाकर उनसे वसूली करने करने का काम किया करते थे. गिरोह के लोग जो महिला पैसे देने से मना कर देती थी, उसका अश्लील वीडियो वायरल कर देते थे. गिरोह के लोग शहर के नामी लोगों को अपना शिकार बनाते थे. जिनमें कुछ अधिकारी और सरपंचों को भी हनीट्रैप में फंसाकर उगाही करते थे.
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जानकारी के मुताबिक गिरोह के गिरफ्तार होने के बाद पुलिस के पास लोगों की शिकायतें सामने आने लगी हैं. कई महिलाओं ने एएसपी को फोन करके अपनी पीड़ा बताई है. वहीं इस मामले में हिन्दू संगठनों के लोग भी शामिल हैं, जो महिलाओं के साथ ही मालदारों या फिर ऊंचे पदों पर बैठे लोगों को अपने जाल में फांसकर उनसे मोटी रकम वसूली का काम करते थे.
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पकड़े गए आरोपियों के विरुद्ध ग्वारीघाट पुलिस ने लूट, आईटीएक्ट समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है. पकड़े गए आरोपियों में अंकित श्रीवास्तव, बादल पटेल, कोमल पटेल, बबला उर्फ दिलीप थोरात और प्रेम सिंह लोधी सहित 9 लोगों को गिरफ्तार किया है.
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