अभिषेक सेमर, तखतपुर. यूं तो स्वास्थ्य विभाग से उम्मीद की जाती है कि डाॅक्टर अपने मरीजों से बेहतर व्यवहार करते हुए सही इलाज करेंगे और ठीक इसी तरह के उम्मीद नर्सिंग स्टाफ भी अपने डाॅक्टरों से रखते हैं, लेकिन इस उम्मीद के ठीक इतर डाॅक्टर, मरीज और स्टाफ दोनों से ही अभद्र व्यवहार कर रखे हैं.

पिछले कुछ महीनों से डाॅक्टर साहब अपनी डाक्टरी कम बल्कि बीएमओ बनने के बाद प्रशासनिक रौब और धौंस के जूनून में डूबे हुए हैं. वे अपनी कार्य व्यस्तता बताते हुए ना तो अपने मरीजों के इलाज के लिए समय निकाल पा रहे हैं और ना ही अपने नर्सिंग स्टाफ से समन्वय बिठाकर प्रशासनिक कार्य कर पा रहे हैं. बस बीएमओ होने की खुमारी उनके सिर चढ़कर बोल रही है. हालांकि बीएमओ के बदले मिजाज और कार्यप्रणाली के खिलाफ अब नर्सिंग स्टाफ ने मोर्चा खोल दिया है और बिलासपुर कलेक्टर सौरभ कुमार समेत सीएमएचओ डॉ. आरके सिंह को लिखित शिकायत कर बीएमओ के अभद्र व्यवहार की जांच करने और कार्यवाही करने की मांग की है.

दरअसल ये पूरा मामला छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर जिले के तखतपुर खंड चिकित्सा अधिकारी का है. यहां वर्तमान में ब्लाक मेडिकल आफिसर के पद पर डॉ. सुनील हंसराज प्रभारी बीएमओ के तौर पर कार्यरत हैं. हाल ही में तखतपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की सीनियर महिला नर्स माला मसीह समेत दो अन्य महिला नर्सों ने भी अपने ही डॉक्टर ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर पर गंभीर आरोप लगाई है. इसमें बताया गया है कि बीएमओ डॉ. सुनील हंसराज बेवजह अपने चेम्बर में बुलाकर प्रताड़ित करते है और अपमानित करते हैं. उनके इस व्यवहार से हम लगातार व्यथित हो रहे हैं. उनके इस प्रताड़ना से रोजाना परेशान हो हो चुके हैं.

नर्सों का आरोप – शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं

महिला नर्सों ने बताया कि जब से डॉ. सुनील हंसराज प्रभारी ठडव् बने हैं तब से मानसिक टार्चर करने से मेंटल पेशेंट बन चुकी हूं. मुझे अब दफ्तर में डर लगने लगा है कि मुझे सुरक्षा और संरक्षण की आवशकता आन पड़ी है. भले ही देशभर में महिला की सुरक्षा और उनके उत्थान को लेकर बड़े बड़े दावे किए जाते होंगे, लेकिन तखतपुर के प्रभारी डॉ. सुनील हंसराज महिला नर्सिंग स्टाफ को मानसिक रूप से प्रताड़ित और अपमानित कर रहे हैं. दुर्भाग्य तो इस बात का है कि शिकायत के बाद भी अब तक कोई एक्शन नहीं लिया गया है. इससे मन दुखी और भयभीत है. प्रभारी बीएमओ के खिलाफ शिकायत करने से भी डर लगता है, वे बात-बात पर सर्विस रिकार्ड खराब करने देने की धमकी देते हैं.

सारे आरोप बेबुनियाद, फसाने के लिए की झूठी शिकायत: डाॅ. सुनील

इस मामले में डॉ. सुनील हंसराज ने कहा, सब शिकायत झूठी है. बेबुनियाद आरोप लगाया गया है. उनके द्वारा खुद ही अपने पति के साथ मेरे चेम्बर में आकर गाली-गलौच और अभद्रता व्यवहार किया गया है. उनके लगाए गए सारे आरोप निराधार है और झूठे आरोप में फसाने की धमकी दी गई है इसलिए झूठी शिकायत की गई है, जिसकी शिकायत मैं अपने उच्च अधिकारियों से किया हूं.