शैलेंद्र पाठक,बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के मजदूरों को गुजरात से लेकर पहली श्रमिक स्पेशल ट्रेन बिलासपुर पहुंच गई है. स्पेशल ट्रेन के जरिए गुजरात में फंसे प्रदेश भर के अलग-अलग जिले के 1208 मजदूर सफर कर बिलासपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे हैं. जहां से उन्हें व्यवस्थित करीके से उतार कर स्टेशन में ही स्वास्थ्य परीक्षण कर जिला प्रशासन के अधिकारी बसों में क्वारेटाइन सेंटर भेज रहे हैं.

गुजरात से छत्तीसगढ़ पहुंचे मजदूरों में बिलासपुर के 1104, दुर्ग के 11, जांजगीर-चांपा के 53, जशपुर के 3, कवर्धा के 2, कोरबा के 3, मुंगेली के 20, रायगढ़ के 5, रायपुर के 5 और विदाउट डिस्ट्रिक्ट के भी 2 लोग शामिल है. अपने प्रदेश लौटने वालों में महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे भी है.

कलेक्टर संजय अलंग ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में कहा कि हमने बेहतरीन व्यवस्था बनाकर मजदूरों को लाने का काम शुरू कर दिया है. मजदूरों को बिलासपुर रेलवे स्टेशन में उतरने से लेकर उनके स्वास्थ्य परीक्षण और क्वॉरेंटाइन करने की सभी तैयारियां युद्ध स्तर पर कर ली गई है. मुझे उम्मीद है कि माकूल व्यवस्थाओं के तहत सुविधाजनक तरीके से मजदूरों की घर वापसी हो पाएगी.

मजदूरों की स्वास्थ्य परीक्षण, स्क्रिनिंग और देखभाल के लिए भारी संख्या में अधिकारी, सुरक्षाकर्मी, डॉक्टर तैनात है. जिनमें स्वास्थ्य कर्मी 80, डॉक्टर 28, लैब तकनीशियन 14, पैरा मेडिकल स्टाफ 22, समन्वय एम्बुलेंस ड्राइवरों के लिए अन्य कर्मियों (6) + सैनिटाइजर मास्क वितरण 16, पुलिसकर्मी 82, आरपीएफ के जवान 50, एस्कॉर्टिंग के लिए राजस्व और पंचायत के 56 कर्मचारी, बसें 70, स्वच्छता के लिए निगम की 20 कर्मचारी और प्रशासन के 30 अधिकारी जिनमें (एसडीएम-तहसीलदार-उप कलेक्टर) शामिल है.