राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मध्य प्रदेश के ग्वालियर चंबल संभाग सहित अन्य कई क्षेत्रों में बारिश का कहर जारी है. प्रदेश के करीब 1225 गांवों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. जिसमें से शिवपुरी, दतिया, ग्वालियर, गुना, भिंड, मुरैना और श्योपुर जिले सबसे अधिक प्रभावित हैं. इन जिलों से अबतक करीब 5 हजार 800 लोगों का रेस्क्यू किया जा चुका है. वहीं बाढ़ के चलते शिवपुरी में 7, ग्वालियर में 4 और दतिया में 1 लोगों की मौत हो चुकी है.

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आज फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से स्थिति को फोन पर चर्चा की है. साथ ही सीएम ने पीएम मोदी को बाढ़ की स्थिति और रेस्क्यू ऑपरेशन के बारे में जानकारी दी है. इसके अलावा सीएम शिवराज मौसम ठीक होने के बाद बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर सकते हैं. हालांकि सीएम का दौरा पहले से तय था, लेकिन मौसम खराब होने के कारण यात्रा रद्द करना पड़ा.

बता दें कि अभी वर्तमान स्थिति की जानकारी के मुताबिक 1400 लोग बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फंसे हुए हैं, लेकिन सुरक्षित हैं. एसडीआरएफ की 29 टीमें बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में बचाव कार्य में जुटी हुई हैं. एनडीआरएफ की 3 टीमें ग्वालियर और दो टीम शिवपुरी में बचाव कार्य में जुटी हुई हैं. आर्मी के 4 कॉलम शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया और श्योपुर में बचाव कार्य में जुटे हुए हैं. एयर फोर्स के हेलीकॉप्टरों ने कुछ देर पहले बचाव कार्य शुरू कर दिया है.

जानकारी के मुताबिक खराब मौसम के कारण श्योपुर जिले में मोबाइल नेटवर्क भी धवस्त हो गया है. सिग्नल बंद हो गए हैं. जिससे संपर्क करने में भी समस्या आ रही है. इसके अलावा इन क्षेत्रों में रेल यातायात भी बाधित हो गया है. ग्वालियर- गुना रेलवे ट्रैक बंद पड़ा है.

बताया जा रहा है कि मणिखेड़ा डैम के 10 गेट खोल दिए गए हैं. जिसके कारण शिवपुरी जिले में बाढ़ जैसै हालात बन रहे हैं. वहीं कोटा बैराज बांध से पानी छोड़ने के कारण चंबल नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. इससे चंबल संभाग के मुरैना और भिंड जिलों के कुछ गांवों में भी बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती हैं.

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