गोविंद पटेल, कुशीनगर। जिले के ग्राम पंचायतों में अक्सर कहीं कार्य में गुणवत्ता की कमी तो कहीं आधा अधूरा कार्य होने की शिकायते मिलती रहती है. लेकिन इन दिनों मनेरगा कार्यो में रोजगार सेवक और APO की मिलीभगत से बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा देखने को मिल रहा है. जिसमें ग्राम पंचायत से लेकर विकासखण्ड तक के जिम्मेदार अधिकारी पूरी तरह से शामिल हैं. मनरेगा कार्य में मस्टर रोल (हाजिरी रजिस्टर) जारी कर फर्जी श्रमिक कार्य दिखाकर अपने चहेते मनरेगा जॉब कार्ड धारक, जो कभी साइट पर काम करनें नहीं जाते उनकी फर्जी हाजिरी बनाकर उनके बैंक एकाउंट में पैसे भेजकर उनसे पैसे निकलवा लेते हैं. जानकारी के मुताबिक मामले में अब तक करीब दो लाख रुपये का फर्जीवाड़ा किया गया है.

रजिस्टर में 100 की हाजिरी, साइट पर गिनती के मजदूर

इस तरह मनरेगा योजना में सरकारी धन पर डाका डालने का सिलसिला जारी है. काम के दौरान जिन मजदूरों की हाजिरी मस्टर रोल में लग रहा है वो कभी साइट पर काम करनें नहीं जाते. मामला हाटा विकासखण्ड का है, जहां सोहसा मठिया नहर की पटरी होते हुए लौंगरापूर संपर्क मार्ग की पटरी पर मिट्टी भराई के काम का मस्टर रोल जारी कर काम हो रहा है. मस्टर रोल में रोजाना 100 मजदूरों की हाजिरी लग रही है, लेकिन मौके पर 5 से 6 मजदूर ही काम करते मिलेंगे. कभी-कभी तो सारे मजदूर कार्यस्थल से गायब रहते हैं. जो मिलेंगे, वो भी केवल घास की छिलाई करते हुए दिखेंगे.

साइट पर सूचना बोर्ड भी नहीं

आलम ये है कि कार्यस्थल पर सूचना बोर्ड ( सिटीजन इनफार्मेशन बोर्ड ) जो काम शुरू होने से पहले लगाया जाता है, वो भी यहां नहीं है. जो कि मनरेगा योजना में बड़े फर्जीवाड़े की ओर इंगित करता है.

ऑफिस में बैठक केवल अपना हिस्सा डकार रहे अधिकारी

मामले से संबंधित जानकारी लेने के लिए अधिकारियों से संपर्क करने का प्रयास किया गया. लेकिन संपर्क नहीं हो सका. वहीं इस कार्ययोजना ठेकेदार कौन हैं इसकी जानकारी भी नहीं हो पाई. मस्टर रोल में हाजिरी लगाने की जिम्मेदारी रोजगार सेवकों पर है. लेकिन इनकी मिलीभगत से मनरेगा योजना में जमकर लूट-खसोट हो रही है. लेकिन जिम्मेदार अधिकारी ऑफिस में बैठकर अपना हिस्सा डकारने में लगें हैं.

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