रायपुर। आज राजधानी रायपुर में गजानन माधव मुक्तिबोध राष्ट्रीय साहित्य सम्मान का आयोजन किया गया. जिसमें सुप्रसिद्ध कवि मंगलेश डबराल को इस सम्मान ने नवाजा गया. रायपुर के सिविल लाइन स्थित वृंदावन हाॅल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का आयोजन महाराष्ट्र मंडल रायपुर ने किया. इसमें मुख्य अतिथि के तौर पर मराठी साहित्य के वरिष्ठ साहित्यकार चंद्रकांत पाटिल शामिल हुए.

बता दें कि सुप्रसिद्ध कवि मंगलेश डबराल मूल रूप से उत्तराखंड के कफलपानी के रहने वाले हैं. उनके कविता संग्रह ‘पहाड़ पर लालटेन’, ‘घर का रास्ता’, ‘हम जो देखते हैं’, ‘आवाज भी एक जगह है’, ‘नए युग में शत्रु’ बेहद प्रसिद्ध हैं. उन्होंने गद्य भी लिखा है. ‘लेखक की रोटी’ और ‘कवि का अकेलापन’ लोगों के बीच काफी प्रसिद्ध है.

मंगलेश डबराल ने यात्रा डायरी भी लिखी है, जिसका नाम है- ‘एक बार आयोवा’. सुप्रसिद्ध कवि मंगलेश ने पटकथा लेखन भी किया है. इन्होंने नागार्जुन, निर्मल वर्मा, महाश्वेता देवी, यू आर अनंतमूर्ति, कुर्रतुल ऐन हैदर और गुरदयाल सिंह पर केंद्रित डॉक्यूमेंट्री और पटकथा लेखन किया है.

मंगलेश डबराल को मिले हैं कई सम्मान

मंगलेश डबराल को ओमप्रकाश स्मृति सम्मान, श्रीकांत वर्मा पुरस्कार, शमशेर सम्मान, पहल सम्मान, कुमार विकल स्मृति सम्मान, साहित्य अकादमी पुरस्कार, हिंदी अकादमी का साहित्यकार सम्मान मिल चुका है.