रायपुर.  शिक्षाकर्मी संघ में चल रहे इस्तीफों के दौर के बीच शालेय शिक्षाकर्मी संघ के प्रदेश प्रवक्ता गजराज सिंह राजपूत ने कहा है कि संघ छोड़ने वाले साथी गुमराह हो रहे हैं. उन्होंने कहा है कि हमारा संघ प्रदेश के प्रत्येक शिक्षाकर्मियों के हित में लगातार कार्य कर रहा है.

वेतन विसंगति, क्रमोन्नति, अनुकंपा नियुक्ति व वर्ष बंधन जैसे ज्वलंत मुद्दों को लेकर संघ व शिक्षक मोर्चा हर स्तर पर प्रयासरत है. वर्तमान परिस्थितियों में जो हो सकता है वो किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जिनको संघ के प्रति आस्था है नेतृत्व पर भरोसा है, ऐसे शिक्षाकर्मी साथी आज भी अपने संघ के कर्मठ, सक्रिय व ईमानदार सदस्य के रूप में संघ से जुड़े रहकर भरोसा जताए हुए हैं. हालांकि कुछ साथी आवेश में आकर गुमराह होकर संघ छोड़ रहे हैं. रास्ता भटक गए हैं. संघ छोड़ना उनका स्वतंत्र निर्णय है. इस पर टिप्पणी करना हम आवश्यक नहीं  है, इतना जरूर है कि संघ अपना काम सक्रियता से कर रहा है और आगे भी करते रहेगा.

एकजुट होने की जरूरत…

गजराज सिंह ने कहा कि शिक्षाकर्मियों के हितों के लिए संघर्ष जारी रहेगा. हम प्रत्येक शिक्षाकर्मियों के साथ हैं. लोग आते हैं जाते हैं लेकिन संघ अपनी जगह में रहता है. कुछ लोग मौके और भावनाओं का फायदा उठाकर शिक्षाकर्मियों को भड़काने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा शिक्षाकर्मियों को समझदारी से काम लेने की जरूरत है. आवेश में आकर अनुचित कदम उठाना कतई समझदारी नहीं है.

इतिहास गवाह है कि आज तक शिक्षाकर्मियों को जो कुछ भी मिला है,एकजुटता के दम पर मिला है.आगे भी एकजुटता के कारण ही हमें कुछ मिलेगा. उन्होंने कहा कि शालेय शिक्षाकर्मी संघ हमेशा एकता का पक्षधर रहा है. आज भी सभी संघो को एकजुट होने की जरूरत है.अलग-अलग राग अलापने से कुछ नहीं होगा. शालेय शिक्षाकर्मी संघ की हाल ही में हुई प्रांतीय बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि सभी संघों को एकजुट किया जाएगा. फिर महासम्मेलन आयोजन कराने की योजना बनाई जाएगी. यदि महासम्मेलन में हमारी मांग पूरी नहीं हुई तो आने वाले समय में एकजुट होकर महाआंदोलन भी किया जाएगा.