जितेंद्र सिन्हा,राजिम। गरियाबंद जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजिम में इलाज के दौरान लापरवाही बरतने से ग्रामीण की मौत मामले में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के आदेश के बाद बड़ी कार्रवाई की गई है. गरियाबंद कलेक्टर छत्तर सिंग डाहरे ने राजिम बीएमओ वीरेंद्र हिरोन्दइया को पद से पृथक कर दिया है. ज़िला पंचायत सदस्य रोहित साहू ने उनके खिलाफ स्वास्थ्य मंत्री से शिकायत की थी.
जानकारी के मुताबिक बीते दिनों राजिम के सेमहरतरा गाँव निवासी तुलसी साहू की तबियत अचानक खराब हो गई थी. जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए राजिम शासकीय अस्पताल लाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उनकी स्थिति नाजुक होना बताकर रायपुर रेफर कर दिया था. लेकिन एम्बुलेंस नहीं होने के कारण मरीज तुलसी घंटे भर राजिम अस्पताल में तड़पता रहा और रायपुर ले जाने से पहले ही उसकी मौत हो गई.
जिला पंचायत सदस्य रोहित साहू और मृतक के परिजनों ने इसके लिए राजिम बीएमओ और हॉस्पिटल स्टाफ को जिम्मेदार ठहराया था. उनका आरोप था, कि यदि मरीज को समय रहते रायपुर ले जाया जाता, तो शायद उसकी जान बच जाती. रोहित साहू ने मामले की शिकायत स्वास्थ मंत्री से की थी, जिस पर स्वास्थ्य मंत्री ने गंभीरता दिखाते हुए कलेक्टर को आदेश जारी कर बीएमओ वीरेंद्र हिरोन्दइया को पद से हटाने और मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने का आदेश जारी किया.