बर्लिन। जर्मनी के नौसेना प्रमुख वाइस एडमिलर के-एकिम शॉनबैक को अपनी भारत यात्रा के दौरान रूस को लेकर की गई टिप्पणी भारी पड़ गई. उन्होंने नई दिल्ली में रूस और यूक्रेन के बीच जारी तनाव पर टिप्पणी की था, जिसके बाद वापस स्वदेश लौटने पर शनिवार को उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ गया.

जर्मन नेवी चीफ वाइस एडमिलर के-एकिम शॉनबैक ने थिंक टैंक आईडीएसए में शुक्रवार को बोलते हुए रूस के साथ संबंध बनाने का आह्वान किया  था. उन्होंने कहा कि क्या सच में रूस यूक्रेन के एक छोटे से हिस्से पर कब्जा करना चाहता है. नहीं, यह बकवास है. पुतिन ऐसा जानबूझकर कर रहे हैं क्योंकि उन्हें पता है कि वह ऐसा कर सकते हैं. वास्तव में वह सिर्फ सम्मान चाहते हैं.

उन्होंने साथ ही कहा था कि यूक्रेन नाटो का सदस्य नहीं बन सकता. उनकी टिप्पणी पूर्वी यूक्रेन में बिगड़ती स्थिति और यूक्रेन सीमा पर बड़े पैमाने पर रूसी सैन्य निर्माण के बीच आई है. अपने इसी बयान के चलते शनिवार को उन्हें इस्तीफा देना पड़ गया. उन्होंने नई दिल्ली में दिए अपने बयान को ‘गलती’ करार दिया.

जर्मन सरकार की मंशा अनुरूप नहीं

नौसेना प्रमुख शॉनबैक की टिप्पणी को जर्मन सरकार की यूक्रेन और रूस को लेकर विचार के अनुरूप नहीं पाए जाने पर पद से इस्तीफा देना पड़ा. शॉनबैक के इस्तीफे को जर्मन सरकार ने तत्काल स्वीकार करते हुए आगामी नियुक्ति कर पद को खाली करार दिया है. जर्मन नौसेना के प्रमुख के आधिकारिक ट्विटर हैंडल के बायो में ‘वर्तमान में खाली’ अपडेट कर दिया गया है साथ ही और शॉनबैक की तस्वीर हटा दी गई है.

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