Satyendra Nath Bose: एक महान वैज्ञानिक सत्येंद्र नाथ बोस जिनके विज्ञान के क्षेत्र में योगदान को पूर देश ने सराहा है. जिन्होंने न सिर्फ अपनी उपलब्धियों से देश को गौरवान्वित किया बल्कि छात्रों के लिए भी कई उदाहरण पेश किए. आज Google ने Doodle (यहां क्लिक करें और देखें डूडल) बनाकर सत्येंद्र नाथ बोस को श्रध्दांजलि दी. नीचे पढ़िए उनसे जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें…

  • बोस को एक बार इंटरमीडिएट की गणित परीक्षा में 100 में से 110 अंक मिले थे. उन्होंने कई सवालों को अलग अलग तरीकों से हल किया था. कॉपी जांच के बाद उन्हें 100 में से 110 अंक दिए गए थे.
  • सत्येंद्र नाथ बोस भौतिक विज्ञानी के साथ गणितज्ञ भी थे. गणित में अधिक नंबर लाने की बात ये नंबर आज भी रिकॉर्ड हैं.
  • सत्येंद्र नाथ बोस को बोस-आइंस्टीन स्टेटिस्टिक और बोस-आइंस्टीन केंडेनसेंट सिद्धांत के लिए भी जाना जाता है.

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  • कुछ साल पहले हिग्स बोसोन यानी गाड पार्टिकल की खोज की गई थी इसमें बोसोन नाम भारतीय वैज्ञानिक सत्येंद्र नाथ बोस के नाम पर रखा गया था.
  • 15 साल की उम्र से ही बोस ने कलकत्ता के प्रेसीडेंसी कॉलेज में विज्ञान स्नातक की डिग्री हासिल करना शुरू कर दिया था.
  • महान वैज्ञानिक Albert Einstein भी इनके बड़े प्रशंसक रहे हैं. सत्‍येंद्र नाथ बोस ने 1920 में क्‍वांटम मैकेनिक्‍स के फॉर्मुलेशन को जर्मनी के वैज्ञानिक अल्‍बर्ट आइंस्‍टीन को भेजा. जिन्‍होंने इनकी उपलब्‍ध‍ि को माना भी और सराहा भी.

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  • सत्येंद्र नाथ बोस को भौतिकी में उनके जबरदस्त योगदान सैद्धांतिक पेपर क्वांटम सिद्धांत के लिए भारत सरकार द्वारा पद्म विभूषण अवॉर्ड से सम्‍मानित किया गया था.

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