बालोद. परिवार में जब भी किसी की शादी होती है तो घर के सभी लोग काफी खुश होते हैं. घर के लोग जश्न में डूबे हुए रहते हैं. लेकिन कई बार ये खुशी का महौल अचानक मातम में तब बदल जाता है. ऐसे ही बालोद जिले के लाटाबोड़ में एक परिवार की खुशियां चंद घंटों में अचानक मातम में बदल गई. दुल्हन के घर से सात फेरे लेकर दूल्हा दुल्हन वापस घर तक नहीं पहुंचे थे और बीच रास्ते पर ही दूल्हे की मौत हो गई.

बता दें कि यह पूरा मामला बालोद जिले के लाटाबोड़ का है. यहां, छगन और उसकी बहन निलेश्वरी की शादी का जश्न में लोग डुबे थे. पहले दिन दोनों की हल्दी रस्म पूरी हुई और शादी के जश्न में शामिल हुए लोग खूब मजे से नाच गा रहे थे. फिर शादी के दूसरे दिन छगन अपना बारात लेकर दुल्हन के गांव कुर्रा पहुंचा, जहां दुल्हन और दूल्हे ने सात फेरे लिए. जिसके बाद दूल्हे ने दुल्हन की मांग में सिंदूर लगाया और मंगलसूत्र भी पहनाया.

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जिसके बाद जब दुल्हन को लेकर बारात वापस दूल्हे के घर आ रहा था. इसी बीच दूल्हे को अचानक सीने में दर्द हुआ, आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने दूल्हे को मृत घोषित कर दिया. जिसके बाद लाश का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया.

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दूल्हे के दादा ने बताया कि जब दूल्हे के सगे संबंधियों और उसके परिजनों ने दूल्हे की मौत की बात सुनी, तो एक पल के लिए शादी वाले घर में सारे लोगों के पैरों तले जमीन खिसक गई. जिसके बाद जश्न का माहौल मातम में तब्दील हो गया. सभी के चेहरे की खुशियां गुम हो गई. इधर बहन निलेश्वरी के लिए उसी दिन बारात आने वाली थी. लेकिन भाई के मौत के बाद बहन ने उस दिन शादी करने से मना कर दिया और एक साथ 4 परिवारों में मातम पसर गया.

वहीं, इस पूरे घटना के बाद दुल्हे के परिजनों ने दुल्हन के अच्छे भविष्य के लिए उसे घर नहीं लाए और दुल्हन के परिजनों को बुलाकर वापस लौटा दिया.