कवर्धा- जिले के बोड़ला विकासखंड के ग्राम पंचायत शम्भूपीपर में आज समर्थ चेरिटेबल ट्रस्ट एवं ऑक्सफैम द्वारा एक दिवसीय “बैगा महासम्मेलन” आयोजित की गई. बैगा आदिवासियों के क्षेत्रों में शिक्षा के भेदभाव को मिटाने के उद्देश्य से यह आयोजन किया गया. इस सम्मेलन में बोड़ला के धोलबज्जा, बैरख़, भीरा, बोककरखार, शंभूपिप र के 500 बैगा सदस्य उपस्थित हुए.

सम्मेलन का प्रारंभ बैगा नृत्य के साथ हुआ. उसके पश्चात बैगा समाज के प्रांतीय अध्यक्ष इतवारी राम मछिया बैगा द्वारा शिक्षा की आवश्यकता और बैगा बाहुल्य क्षेत्रों में कमी पर बैगा की भूमिका के बारे में बताया. कमुसिंह बैगा ने शिक्षा से विकास पर भी जोर देते हुए स्कूलों कि ओर ध्यान देने कहा. पंडरिया और मुंगेली से भी बैगा समुदाय के नेतृत्व कर्ता मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थे.

कार्यक्रम का संचालन दीपक ओगरे ने किया और व्यवस्था समर्थ के कार्यकर्ताओं ने किया. इस सबमें शंभूपीपर के सरपंच सुरेश और भूतपूर्व सरपंच भगतजी का विशेष योगदान रहा.

कार्यक्रम के दौरान सुरती न ने बताया कि शिक्षक बहुत कम समय के लिए आते हैं और भोजन भी कम देते हैं. बैगा प्रमुखों ने बताया कि कैसे वनांचल क्षेत्रों के गांव में शिक्षा को ध्यान नहीं दिया जा रहा और वनाधिकार पट्टों की चुनौतियों को भी बताया.