रोहित कश्यप,मुंगेली. जिले के कंपोजिट बिल्डिंग में संचालित चिंतन वाचनालय कामकाज को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे लोगों के लिए काफी मददगार साबित हो रहा है. चिंतन वाचनालय में संचालित लाइब्रेरी का लाभ लंच या खाली समय में अधिकारी और कर्मचारी के लिए भी काफी लाभदायक है. हालांकि जानकारी के अभाव में इस लाइब्रेरी के बारे में बहुत ही कम लोगों को पता है. बता दें कि बगैर किसी शुल्क के यहाँ लंच के समय का सदुपयोग करते अधिकारी-कर्मचारी के अलावा आमलोगों को मनपसंद की किताबें पढ़ते रोजाना देखा जा सकता है. इसके साथ ही लाइब्रेरी से बुक घर ले जाने की सुविधा भी है, जिसका लाभ बहुत लोग उठा रहे है.

दरअसल 2016 में मुंगेली के तत्कालीन कलेक्टर किरण कौशल के कार्यकाल में कंपोजिट बिल्डिंग का निर्माण किया गया था. जिसका उद्घाटन पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह ने किया था. इसी दौरान पूर्व सीएम ने ही इस चिंतन वाचनालय का भी उद्घाटन किया था. जिसका उद्देश्य कामकाज लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे लोगों को सुव्यवस्थित जगह व मनोरंजन का साधन उपलब्ध कराना था, ताकि समय का सदुपयोग किया जा सके. इस कंपोजिट बिल्डिंग में कलेक्टर व एसपी कार्यालय के अलावा लगभग सभी विभागों का जिला कार्यालय संचालित है. जहाँ एक कमरे में 2016 से लाइब्रेरी भी संचालित हो रही है. रोजाना यहाँ अधिकारी कर्मचारी के अलावा कामकाजी लोग इसका फायदा उठा रहे हैं.

चिंतन वाचनालय के संचालक की जिम्मेदारी संभाल रहे एस एन रिजवी ने लल्लूराम डॉट कॉम को बताया कि चिंतन वाचनालय में धार्मिक, राजनैतिक, मनोरंजन उपन्यास, संगठन, हास्य, कानूनी, प्रशासनिक किताबों के अलावा यूपीएससी व पीएससी की तैयारी की संबधित किताबें भी यहां बैठकर पढ़ने के लिए निशुल्क व्यवस्था है. उन्होंने यह भी बताया कि यहाँ से बुक घर ले जाने की भी सुविधा है. जिसके लिए त्रैमासिक सदस्यता शुल्क 50 रुपये निर्धारित किया गया है. जिसके तहत तीन माह के भीतर बदल बदल कर किताबें घर ले जाने की सुविधा बनाई गई है. सदस्यता शुल्क से प्राप्त राशि का उपयोग नई किताबे खरीदने व लाइब्रेरी के रख रखाव के लिए किया जाता है.

संचालक रिजवी ने बताया कि इस लाइब्रेरी के लिए बिलासपुर के श्री बुक डिपो के द्वारा पूर्व में काफ़ी संख्या में बुक डोनेट किया गया था. इसके अलावा बीच-बीच में लोगों के द्वारा भी यहां बुक डोनेट किया जाता है.