समीर शेख,बड़वानी. कोरोना संक्रमण काल में लोग उपचार के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं. अस्पतालों में सुविधाओं की कमी के बीच जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं. कहीं पर बिस्तर का अभाव है तो कही ऑक्सीजन की कमी. ऐसे में भी मरीज और परिजन बचने की उम्मीद में कोरोना संक्रमण से संघर्ष कर रहे हैं. वहीं एक व्यक्ति जिसे अस्पताल में उपचार की सुविधा मिल रही थी, उन्होंने अस्पताल से भागकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है. उन्होंने कोविड सेंटर से भागकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.

आशाग्राम के आरएटी सेंटर में उपचार के लिए थे भर्ती
जानकारी के अनुसार पॉजिटिव पाए जाने के बाद आशाग्राम के आरएटी सेंटर में इलाज करा रहे भगवान कुशवाह नामक व्यक्ति ने आज नवलपुरा में भिलट देव मंदिर के सामने बावड़ी में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. पुलिस के अनुसार भगवान पॉजिटिव पाए जाने के बाद से विगत कुछ दिनों से आशाग्राम के आरएनटी सेंटर में उपचार करवा रहा था.

Read More : मानवता हुई शर्मसार : चंद कदम के लिए एंबुलेंस ने मांगे 5 हजार, हाथ ठेले पर ले जाना पड़ा शव

आज सुबह बावड़ी में फांसी पर झूलते हुए मिला
भगवान कुशवाह कल रात को किसी को बिना बताए अस्पताल से भाग गया. अस्पताल से कोरोना मरीज के गायब होने की सूचना से हड़कंप मच गया. अस्पताल प्रबंधन द्वारा मरीज की खोजबीन की जा रही थी तभी आज सुबह उनकी लाश मिलने की सूचना मिली.

पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले को जांच में लिया
थाना प्रभारी बड़वानी राजेश यादव ने बताया कि मरीज की लाश बावड़ी में फांसी के फंदे पर लटकी मिली है. फिलहाल मर्ग कायम कर लिया है. पुलिस मामले की विवेचना कर रही है.

Read More : थाने में नाबालिग की बेरहमी से पिटाई, पिलाया सेनेटाइजर, हालत बिगडऩे पर पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया