रायपुर। सदन में प्रदेश में खाद-बीज की कमी का मुद्दा गूंजा. भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने मामला उठाते हुए आसंदी से काम रोककर चर्चा की माँग की. कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने भी स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा की बात कही. विधानसभा अध्यक्ष के प्रस्ताव को ग्राह्य करने के साथ चर्चा शुरू हो गई.

स्थगन पर चर्चा शुरू होने के पहले कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि राज्य आर्थिक रूप से मजबूत है. किसान राज्य सरकार की प्राथमिकता में है. उर्वरक की मांग का 56% का भंडारण किया जा चुका है. खाद और बीज की कमी के कारण बोआई नहीं हो पा रहा है, ये कहना सही नहीं है.

विपक्षी सदस्य बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि सरकार के पास दलहन, तिलहन के बीज उपलब्ध नहीं है. यूरिया क्या निजी व्यापारियों को बेचने छोड़ दिया गया है. मंत्री की चिट्ठी में ये बात सामने आई थी कि 60 फ़ीसदी हिस्सा निजी व्यापारियों को दिया जा रहा है, जबकि किसानों को खाद के नाम पर मिट्टी दिया जा रहा है. कृषि मंत्री ने कहा कि जिसे विपक्ष मिट्टी बता रहा है, यह किसानों का अपमान है. गोबर से बनाए जा रहे वर्मी काम्पोस्ट को अमेजन, फ्लिपकार्ट पर बेचा जा रहा है.

बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि यूरिया से ज़्यादा महंगा गोबर खाद बेचा जा रहा है, इसे ख़रीदने किसानों पर दबाव बनाया जा रहा है. कहा जा रहा है कि वर्मी कॉम्पोस्ट नहीं ख़रीदे जाने पर यूरिया नहीं मिलेगा. हम बार-बार कह रहे हैं कि खाद बीज को लेकर सरकार श्वेत पत्र जारी करे. आख़िर क्यूँ सरकार श्वेत पत्र जारी नहीं कर रही. किसान आंदोलन कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि प्रदेश में खाद की कमी है. सरकार वर्मी कंपोस्ट खरीदने पर किसानों को मजबूर कर रही है. किसानों का शोषण किया जा रहा है. बीज की कमी प्रदेश में किसानों को है. सरकार श्वेत पत्र जारी नहीं करती है. वितरण व्यवस्था में गड़बड़ी है. दुर्ग जिले के 70% सोसाइटियों में डीएपी नहीं है. यहां से 5-5 मंत्री आते हैं. नकली खाद और अमानक बीज की सप्लाई की जा रही है.

आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने टिप्पणी कर कहा कि दिल्ली में किसान कब से प्रदर्शन कर रहे हैं. जवाब में बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि हम छत्तीसगढ़ में हैं. बात यहाँ के मुद्दों पर हो रही है, छत्तीसगढ़ को ऐसे ही लूटते रहेंगे तो आज ताली बजाना काम नहीं आएगा. दो रुपये में गोबर ख़रीद कर दस रुपये में बेचना कितना जायज़ है.

उन्होंने कहा कि किसान खुद गोबर खाद बनाना जानता है, इसे ख़रीदने के लिए किसानों को मजबूर किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है. सरकार को नींद से जागकर किसानों के बारे में सोचना चाहिये. कांग्रेस विधायक संतराम नेताम ने कहा कि दिल्ली में किसान महीनों से आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन उनकी कही सुनवाई नहीं है. छत्तीसगढ़ सरकार किसानों की सरकार है. राज्य के किसानों को आर्थिक रूप से मज़बूत बनाया जा रहा है.

कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि किसानों के मुद्दों पर आख़िर बीजेपी विधायकों को कौन सा डर है कि ये चिट्ठी नहीं लिखते. राज्य में किसानों का उत्पादन बढ़ा है. संतराम नेताम ने कहा कि क्या सिर्फ़ खाद बीज से ही ये तय होगा कि सरकार किसान हितैषी है या नहीं? भूपेश सरकार ने किसानों की क़र्ज़माफ़ी की है, किसानों को आर्थिक रूप से मज़बूत करने का काम सरकार कर रही है.

अजय चंद्राकर ने कृषि मंत्री रविंद्र चौबे को कहा कि आप पहले डिप्रेशन से बाहर निकलिए और किसानों के हितों को लड़ने वाले अपने पुराने रूप में आइए. राज्य में 35 हज़ार किसानों को बिजली कनेक्शन देने के आवेदन लम्बित है. नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी को लेकर सरकार का बजट कितना है ? ये सरकार बता दे. रमन सरकार में मार्च महीने तक कस्टम मिलिंग ख़त्म हो जाती थी, लेकिन आज तक धान सोसायटियों से उठा नहीं है.

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हंसी-मजाक के लिए नहीं दिया तीन-चौथाई मेंडेट

उन्होंने कहा कि सरकार क्या धान सड़ाने के लिए ख़रीद रही है कि सड़ने के बाद उसका इस्तेमाल एथेनाल बनाने के लिए किया जाए.
सरकार के लोग 15 साल की बात हमेशा करते हैं. मैं रमन सिंह के सामने कह देता हूँ कि हमारी सरकार थी तब सब ग़लत हुआ इसलिए हम इधर आ गए. अवसादग्रस्त कृषि मंत्री ज़रा बताये कि खाद की कमी ही तो प्राइवेट सेक्टर को खाद क्यूँ दिया जा रहा है. हंसी-मज़ाक़ करने के लिए जनता ने तीन-चौथाई मेंडेट नहीं दिया है. खेती और किसानों में भी आपने रिज़र्वेशन ला दिया है. 2500 रुपए के दर्पण में किसानों को बर्बाद कर दिया.


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