बैंगन बहुत ही पोपुलर सब्जी है. बैंगन की सब्जी हो या बैंगन का भर्ता हर किसी को पसन्द आता है. लेकिन अगर आप बैंगन के भर्ते का सही स्वाद लेना चाहते हैं. तो बैंगन ताजा होना बहुत जरूरी है.

बहुत सारे लोगों को बैंगन की सब्जी पसंद नहीं होती है, लेकिन बैंगन का भरता बहुत पसंद होता है. ऐसे में हम अक्सर बाजार जाकर ताजे-ताजे बैंगन खरीद कर लाते हैं और उसका भरता बनाकर खाते हैं. बाजार से लाए हुए बैंगन में कई प्रकार के केमिकल का इस्तेमाल किया होता है, जो हमारे सेहत के लिए बिल्कुल फायदेमंद नहीं होता है. यदि आप बाजार न जाकर थोड़ा सा मेहनत कर घर में रखे गमलें में बैंगन के पौधे को लगाएं, तो आप केमिकल फ्री बैंगन खा कर अपने आप को स्वस्थ रख सकते है. आज हम आपके साथ घर पर गमले में बैंगन उगाने की पूरी जानकारी शेयर करेंगे. ये जानकारी कृषक आरपी सिंह द्वारा उपलब्ध कराई गई है.

बैंगन उगाने का सही समय

  • बैंगन एक ऐसी सब्जी है जिसे लगभग पूरे साल ही उगाया जाता है. दिसम्बर-जनवरी की तेज सर्दी को छोड़कर यह लगभग हर समय अच्छी सब्जी देता है.
  • गर्मी के मौसम – फरवरी – मार्च में लगाना है
  • बरसात और सर्दी – जून- जुलाई
  • गर्मी के मौसम के लिये के बीज लगाने का समय – फरवरी का अन्तिम सप्ताह ( 20-25°) तापमान होने पर आप बैंगन के बीज लगा सकते है. बीजों के सही अंकुरण के लिये गर्म मौसम होना बहुत जरूरी है.
  •  मई के अन्तिम सप्ताह में बैंगन के बीज लगा दीजिये. 15-20 दिन में बैंगन के बीजों से अच्छे पौधे तैयार हो जायेगें. जब बैंगन के पौधे 4-4 पत्तियों के या 3-4 इंच साइज के हो जायें तब आप बैंगन के इन पौधों को गमलों में या जमीन पर लगा सकते हैं.

बैंगन का कौन सा बीज अच्छा है?

रंग और आकार के हिसाब से बाजार में अनेक किस्म के बैगन आपको मिल जाएंगे. कुछ लंबे बैंगन होते हैं कुछ गोल होते हैं गहरे बैंगनी रंग के बैंगन भी होते हैं तो कुछ सफेद रंग के बैगन भी आपको बाजार में दिख जायेंगे .लेकिन अच्छे स्वाद की बात की जाए तो गोल आकार का बैगन खाने में काफी बेहतर होता है.  इसकी सब्जी और भरता दोनों ही बहुत ही स्वादिष्ट बनते हैं.इसलिए घर पर किचन गार्डन में गोल वैरायटी का बैंगन ही उगाना चाहिए.

बैंगन का बीज कहां से खरीदें

बगीचे में बैंगन उगाने के लिए अपने पास के बाजार में जाकर खाद बीज वाली दुकान से अच्छी क्वालिटी के बीज खरीद सकते हैं. अगर आप के आस पास कोई बीज वाली दुकान नहीं है. तब आप ऑनलाइन बाजार ( जैसे amazon, eBay, filpcart ) से भी अच्छी क्वालिटी के बीज खरीद सकते है. online बाजार से बीज खरीदते समय हमेशा अच्छे रिव्यू वाले विक्रेता से ही बीज खरीदें.और सस्ते बीज ना खरीदें. क्योंकि ज्यादा सस्ते बीज अच्छा उत्पादन नहीं देते.

बैंगन (brinjal) के बीज लगाना

बैगन को बीज से उगाना बहुत ही आसान है. बैगन के बीज बहुत तेजी से अंकुरित हो जाते हैं. आप जब भी बैगन का बीज उगाना चाहें. उससे पहले बीज लगाने के लिये मिट्टी की तैयारी कर ले. सब्जियों के बीज उगाने के लिए साधारण किस्म की मिट्टी ही काफी अच्छी रहती है. इसके लिए आप अपने बगीचे की मिट्टी (70% मिट्टी 30% खाद) ले लीजिए और इस मिट्टी में ऑर्गेनिक खाद को मिक्स कर लें. जैसे गोबर खाद या वर्मी कंपोस्ट.

बीज लगाने की पूरी विधि

बगीचे की मिट्टी (70%) और खाद (30%) को मिलाकर मिट्टी तैयार करें. इस मिट्टी को किसी गमले में भरकर एक दिन के लिये धूप में छोड़ दें जिससे मिट्टी में उचित गर्मी बन सके. इसके बाद मिट्टी की ऊपरी परत को एक समान कर बैंगन के बीजों को छिड़काव विधि से सतह पर बिखेर दें. बीजों के ऊपर हल्की मात्रा में मिट्टी या खाद डाल दें जिससे बीज एक जगह पर स्थिर रह सकें. पानी सावधानी से देना है. पानी देते समय बीज उखड़ ना जाये इसलिये हजारे की सहायता से पानी दीजिये. इसके बाद बीज लगे गमले को ऐसी जगह रखें जहां हल्की धूप आती रहती हो. मिट्टी में हल्की नमी बनाकर रखनी है.5-7 दिन में बीज अंकुरित होना शुरू हो जाते है. जैसे ही बीज अंकुरित हो जाये गमले को कुछ समय के लिये धूप में रखना शुरू कर दें. इससे आपके पौधे सड़ेगे नही और पौधे मजबूत भी हो जायेगें. आप चाहें तो बैगन के छोटे पौधों पर फंगीसाइड दवा का छिड़काव भी कर सकते है. 15-20 दिन के बैंगन के पौधे दूसरी जगह लगाये जाने को तैयार हो जाते है.

बैंगन के लिये गमले का आकार

बैंगन को उगाने के लिये कम से कम 10 इंच या उससे बड़ा गमला प्रयोग में लाना चाहिये. आप ग्रो बैग ,पुरानी बड़ी बाल्टी या बाथटब में भी बैंगन उगा सकते हैं. जितना बड़ा गमला होगा उतना बेहतर आपका बैंगन का पौधा उगकर तैयार होगा. आप जमीन पर भी बैंगन उगा सकते है. बैंगन को बलुई- दोमट और हल्की चिकनी मिट्टी पसन्द है.

बैंगन के लिये गमले की तैयारी

पौधे को गमले में लगाने से पहले गमले की निचली सतह में पानी निकलने के लिये ज्यादा से ज्यादा छेद होने चाहिये. अगर गमले में छेद नही होगे तो बैंगन के पौधे का उचित विकास नही होगा. गमले की तली में जो छेद होते है उनसे पानी ही नही निकलता बल्कि हवा का आवागमन भी होता है . जिससे पौधे की जड़ो का उचित विकास हो सके.

बैंगन के पौधे को रीपोट कैसे करें

बीज से उगाये गये बैंगन के पौधे तब 15-20 दिन के या चार चार,पांच पांच पत्तियों के हो जायें तब किसी दिन शाम के समय मजबूत स्वस्थ पौधा गमले में लगा दीजिये. पौधे को मिट्टी में हल्की गहराई में लगा दें. और उस मिट्टी को मजबूती से दाव दें जिससे पौधा गिरे नही. फिर गमले मे काफी पानी दें. पहली बार में इतना पानी देना है कि गमले के छेद से पानी बाहर निकल जाये. आप 4,5 गमलों में बैंगन लगायें. एक पौधा लगाने पर अच्छे  फल नही आते.

कैसे करें बैंगन की देखरेख

गमले में बैंगन लगाने के 4-5 दिन तक उस गमले को छायादार या जहां सुबह शाम की हल्की धूप आती हो ऐसी जगह रखिये. दो तीन बाद बैंगन के पौधे की पत्तियां सही हो जायेगी. तब आप इसे धीरे धीरे धूप में रखना शुरू कर सकते है. गमले में बैंगन का पौधा लगाने के एक सप्ताह बाद गमले की मिट्टी की हल्की गुड़ाई करें जिससे मिट्टी मे घास या अन्य खरपतवार ना उपजे. गुड़ाई करने के बाद एक दो दिन मिट्टी को धूप लगने दें. उसके बाद इस पौधे में लगभग 100-150 ग्राम कोई भी ऑर्गेनिक खाद जैसे गोबर खाद,वर्मी कम्पोस्ट आदि लगायें और उसके बाद पानी दें. इस प्रकार आप महीने में दो बाद खाद दे सकते है.

कितनी होनी चाहिए गमलों के लिये खाद की मात्रा

  • 8-12 इंच के गमलें में 50-150 ग्राम गोबर खाद / 30 दिन में दो बार अधिकतम.
  • 8-12 इंच के गमले में 100 ग्राम वर्मी कम्पोस्ट /30 में एक बार अधिकतम
  • 8-12 इंच के गमलों में 100-200 ग्राम किचन वेस्ट खाद /30 दिन में एक बार
  • ऊपर बताई गयी सभी खादों में से कोई एक खाद ही आपको अपने बैंगन के पौधों में देनी है. ज्यादा उत्पादन के चक्कर में सभी खाद एक साथ पौधों में ना लगायें.

खाद का प्रकार

अगर आप घर पर सब्जियां उगा रहे हैं. तो आपसे निवेदन है कि आप अपने खाने वाले सभी पौधों जैसे सब्जियां और फल वाले पौधों में जैविक खाद का ही प्रयोग करें. प्राकृतिक खाद पौधों के लिए अमृत के समान फायदेमंद होती है. और रासायनिक खाद का प्रयोग बिल्कुल ना करें या बहुत ज्यादा आवश्यक होने पर ही सीमित मात्रा में रासायनिक खाद का प्रयोग आप अपने सब्जियों में या फलदार पौधों में करें.

बैंगन पर फल

बीज लगाने के 30 से 40 दिन बाद बैंगन के पौधे पर फल- फूल आने की शुरुआत हो जाती है. बैगन के पौधे पर नर और मादा फूल आते हैं . शुरू में बैंगन पर नर फूलों की संख्या अधिक होती है. नर फूल का काम केवल निषेचन  की क्रिया करना है. उसके बाद नर फूल पौधे से सूखकर गिर जाता है. और इसी वजह से आपको लगता है कि आप के पौधे पर फूल तो आता है. लेकिन फल बनने से पहले ही गिर जाता है.

फल ना बनने के 7 प्रमुख कारण

  1.  बेकार (घटिया) किस्म के बीजों से उगाये गये बैंगन के पौधे पर अच्छे फल फूल नहीं आते. इसलिए गमले में बैगन उगाते समय हमेशा उच्च क्वालिटी के बीजों का चयन करें.
  2.   गमले का उचित साइज ना होने पर बैगन के पौधे को उचित मात्रा में पोषक तत्व नहीं मिल पाते. इस वजह से बैगन के पौधे पर कम फूल आते हैं. या फूल फल में तब्दील होने से पहले ही सूख कर गिर जाता है. इसलिये कम से कम 10-12 इंच के गमले में बैगन उगायें.
  3.  गर्मियों के मौसम में गमले में बैगन लगे होने पर अगर जरूरत के हिसाब से पानी नहीं दिया जाए तो बैगन का फूल गर्मी की वजह से फल बनने से पहले ही गिर जाता है .इसलिए पौधे पर फूल आने पर भी अगर मौसम गर्म है.तो  आप अपने बैंगन के पौधे में प्रतिदिन सिंचाई करें. गर्मियों में बैगन के लिए अधिक पानी की आवश्यकता होती है.
  4. सर्दियों के मौसम में बैंगन के पौधे पर फूल आने के बाद पानी की मात्रा कम कर देनी चाहिए. क्योंकि सर्दियों के मौसम में तापमान वैसे ही काफी कम होता है. और अगर आप उस समय बैंगन को ज्यादा पानी देंगे  पौधे का फूल फल बनने से पहले ऑवर वाटरिंग से गिर जायेगा.
  5. मिलीभग या अन्य कीड़े लगे होने पर बैगन के पौधे पर फूल फल बनने से पहले गिर जाता है. मिलीबग की रोकथाम के लिये आप घरेलू कीटनाशक बनाकर रखें और जैसे मिलीबग की शुरूआत हो कीटनाशक नियमित छिड़काव करें.
  6. बैंगन के पौधे पर अच्छे फल लेने के लिए समय से खाद निराई गुड़ाई और पौधे को 3 से 4 घंटे की तेज धूप मिलना काफी जरूरी है. इसलिए आप अपने बैगन के पौधों को ऐसी जगह रखें जहां पर तीन-चार घंटे का सूरज का प्रकाश आ सके.
  7. यह घरेलू कीटनाशक आपके सभी तरह के पौधे, सब्जियों पर काम आएगा. इसे 40-60 दिनों तक स्टोर कर के रखा जा सकता है

ये है आने वाली बीमारियां

बैंगन के पौधे पर अनेक तरह की बीमारियों का प्रकोप होता है जैसे पत्तियां खाने वाले कीड़े यह एक इल्ली होती है जोकि बैगन की कोमल नई शाखाओं में लग जाती है. और अंदर ही अंदर बैगन की पूरी शाखा को खोखला कर के पूरे पौधे को खराब कर देती है. इसकी रोकथाम करने के लिए गोमूत्र और नीम की पत्तियों से घरेलू कीटनाशक बनाकर रखा जा सकता है.इस कीटनाशक का सप्ताह में दो बार छिड़काव करें पत्तियां खाने वाली यह इल्ली खत्म हो जाएगी.

फल छेदक कीड़ा

बैगन का ताजा फल काफी कोमल और खाने में स्वादिष्ट होता है. इस वजह से बैगन के फलों में फल छेदक कीड़े आसानी से लग जाते हैं. बैगन के फल छेदक कीड़े के नियंत्रण के लिए पौधे पर फूल आते समय किसी भी साधारण कीटनाशक का छिड़काव करना फायदेमंद रहता है.आप घर पर भी कीटनाशक बनाकर रख सकते है.

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