सपा नेता आज़म खान मानहानि मामले में आज बुधवार को पेशी के लिए बांद्रा कोर्ट पहुंचे. इस दौरान आजम खान ने कहा, “सब परेशान करने के लिए किया जा रहा है, मैंने कोई गुनाह नहीं किया. अब तक पूंजीपतियों ने विश्वविद्यालय बनवाए. मैं गरीब आदमी हूं, मैंने एक विश्वविद्यालय बनाया जिसमें अनाथ बच्चों की फ़ीस नहीं लगती.”

दरअसल, एडवोकेट डॉ एजाज अब्बास नकवी ने साल 2016 में रामपुर में वक्फ संपत्तियों पर अवैध कब्जे के मामले में सर्वे किया था. उस समय इस पर प्रतिक्रिया देते हुए आजम खान ने एजाज अब्बास नकवी को ‘आरएसएस के आतंकवादियों का वकील’, ‘कौम के मीरजाफर’ और ‘आरएसएस का एजेंट’ बताया था.

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आजम खान के इस टिप्पणी पर एडवोकेट डॉ एजाज अब्बास नकवी ने मुंबई की बांद्रा कोर्ट में आजम खान के खिलाफ मानहानि का केस दायर कराया था. जिसको लेकर मानहानि का नोटिस भेजा था. जिस समय डॉ एजाज सर्वे करने आए थे उस समय वह सेंट्रल वक्फ बोर्ड के मेंबर और यूपी के प्रभारी थे.

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