गुड़ एक असरदायक औषधि है. गुड़ गुणों की खान है. यह उदर के गुड़ रहस्यों-रोगो का नाशक है. आयुर्वेद ग्रन्थ वनस्पति कोष, आयुर्वेदिक चिकित्सा, सुश्रुत संहिता, भावप्रकाश, आयुर्वेद निघण्ठ़ आदि में Jaggery की विषेशताओं का विस्तार से वर्णन है. Jaggery गन्ने (ईख) के रस से निर्मित होता है. ईख तन के कई दोशो का दहन करता है. गुड़ प्राकृतिक पेट पीड़ाहर दवा है.
Jaggery एक मीठा ठोस खाद्य पदार्थ है जो ईख, ताड़ आदि के रस को उबालकर कर सुखाने के बाद प्राप्त होता है. इसका रंग हल्के पीले से लेकर गाढ़े भूरे तक हो सकता है. भूरा रंग कभी-कभी काले रंग का भी आभास देता है. यह खाने में मीठा होता है. प्राकृतिक पदार्थों में सबसे अधिक मीठा कहा जा सकता है. अन्य वस्तुओं की मिठास की तुलना गुड़ से की जाती हैं.
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बहुत ज्यादा गुड़ की चाय का सेवन करने से हो सकती हैं ये बीमारियां
बढ़ सकती है शुगर
अगर आप 10 ग्राम Jaggery का सेवन करते हैं तो समझिए आप 9.7 ग्राम शुगर का उपयोग कर रहे हैं. इसलिए बहुत ज्यादा गुड़ की चाय पीने से शरीर में शुगर की मात्रा बढ़ने का खतरा भी होता है.
बह सकता है नाक से खून
चूंकि बहुत ज्यादा गुड़ की चाय पीने से आपको नाक से खून निकलने की समस्या हो सकती है क्योंकि इसका तासीर गर्म होता है.
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हो सकती है अपच की समस्या
कम मात्रा में इसके सेवन से नुकसान की संभावना कम ही होती है. परंतु यदि आप दिन में 4 कप या उससे ज्यादा गुड़ की चाय का सेवन करते हैं, तो इससे गैस की शिकायत हो सकती है. इसके अलावा पुराने गुड़ की अपेक्षा नया Jaggery उदर रोगों को बढ़ा सकता है.
बढ़ सकता है वजन
गुड़ में कैलेरी की मात्रा बहुत अधिक पाई जाती है. जो वजन बढ़ाने का सबसे बड़ा कारण हैं. अगर आप भी Jaggery से बनी चाय का सेवन अधिक करते हैं. तो सतर्क हो जाएं इससे आपका वजन भी बढ़ सकता है. जो और अधिक बीमारियों का जन्म देता है.
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