रायपुर. विधानसभा में आज कृषि और संबंधित विभाग,जलसंसाधन विभाग और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग की अनुदान मांगें पारित कर दी गई.अनुदान मांगो पर चर्चा का जवाब देते हुए इन विभागों के मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि इस सीजन की धान खरीदी पर भी किसानों को प्रति क्विंटल 300 रुपये के हिसाब से बोनस दिया जायेगा.उन्होनें विपक्ष पर चुटकी लेते हुए कहा कि इसके बाद फिर विपक्ष के लोग कहां जायेंगे,ये हम देखेंगे.

अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान पक्ष और विपक्ष में चुटीली नोकझोंक भी हुई. कुंभ को लेकर विपक्ष की टिप्पणी पर बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि चुनाव आ गया तो आप लोग परेशान हो गए. इस पर धनेन्द्र साहू ने कहा कि आसाराम, वेदांती महाराज जैसे नकली साधुओं को बुलाकर कुंभ करा रहे हैं.इस पर बृजमोहन ने कहा कि किसी धर्म प्रचारक को नकली कहना धर्म का अपमान है.उन्होनें कहा कि धनेन्द्र साहू ने कुंभ का विरोध किया है,इस पर जनता सबक सिखाएगी.

चर्चा के दौरान राजस्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय ने कहा कि शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद जी ने जब कह दिया कि ये कुंभ है और ऐसा कुंभ हर राज्य में होना चाहिए…तो क्या आप लोग शंकराचार्य से बड़े हो गए है…इस पर नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने कहा कि शंकराचार्य ऐसा कह ही नहीं सकते. मैं आपके साथ उनके पास चलने को तैयार हूं. बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि राजिम कुंभ कल्प विवाद और राजनीति का विषय नहीं है. ये छत्तीसगढ़ के गौरव को पुष्ट करने वाला है, इससे लोगों की आस्था, श्रद्धा, भक्ति जुड़ी हुई है.

बृजमोहन ने कहा कि शंकराचार्य ने कहा कि यहां संत-महात्मा आते हैं. संतों के कंठ में अमृत का वास होता है और उनकी वाणी से अमृत बरसता है. यही कुंभ है. हजारों सालों से राजिम में माघ पूर्णिमा का मेला लगता था. उसकी भव्यता बढ़ाने के लिए राजिम कुंभ को कल्पना की गई. तात्कालीन राज्यपाल के एम सेठ ने कहा- ऐसा कोई आयोजन होना चाहिए, जो देश मे पहचान कायम कर सके. हमने साहित्यकारों, इतिहासकारों को बुलाया सभी ने कहा कि राजिम राम वनगमन का मार्ग रहा है. माता कौशल्या का मायका है, सीता माता द्वारा स्थापित है कुलेश्वर महादेव ऐसी किवदंती है. राजिम को प्रयागराज की मान्यता है. ऐसे में इसे कुंभ के रूप में पहचान देने से इसकी महत्ता बढ़ गई है.

बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि बस्तर दशहरा के लिए 25 लाख, जशपुर दशहरे के लिए 10 लाख समेत कई धार्मिक उत्सवों के लिए बजट दिया गया है.उन्होनें घोषणा की कि चंपारण मेले के लिए पांच लाख रुपये दिया जाएगा.राजिम में नदी पर कुलेश्वर महादेव तक जाने के लिए आईआईटी रुड़की से सबमर्शिबल ब्रिज बनाने के लिए ड्राइंग-डिजाइन एप्रोव कराया है.

बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि अभी केंद्र सरकार का बजट आया था. बजट में किसानों की चिंता की है. राज्य के बजट में भी मुख्यमंत्री ने किसानों की चिंता की है.छत्तीसगढ़ में सिंचाई क्षमता 23 से बढ़कर 36 फीसदी हो गई है.चार बांधों को इस साल पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. अरपा-भैसाझार समेत चार परियोजनाओं को इस साल पूरा कर लेंगे. केलो परियोजना में 99 फीसदी काम, नहर का 68 फीसदी काम पूरा हो गया है. राजीव समोदा योजना के जरिये 28 हजार हेक्टेयर में सिंचाई होगी.लक्ष्य भागीरथी योजना के जरिये एक लाख हेक्टेयर सिचाई क्षमता बढ़ाई. सूक्ष्म सिंचाईं योजना पर काम कर रहे हैं. खेतों में सीधे ड्रिप के जरिये धान से पैदावार शुरू हो जाएगी. किसान तीन फसल लेने की स्थिति में आ जायेगा.नाबार्ड के जरिये 62 योजनाओं को पूर्ण करने का लक्ष्य रखा है. 5 नदियों को जोड़कर कैपेसिटी बढ़ाने की योजना बनाई है.इसमे से तीन नदियों को इसी वर्ष करने की योजना है.

बृजमोहन ने कहा कि किसानों को उनके उत्पादों का डेढ़ गुना मूल्य मिले इसे लेकर केंद्र सरकार, नीति आयोग राज्य सरकारों के साथ योजना बना रही है. मोदी सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों के 22 हजार हाट बाजारों को मंडियों से जोड़ने की योजना बनाई है, इससे छत्तीसगढ़ को भी फायदा होगा. देश मे ये पहली सरकार है जो किसानों को 300 रुपये बोनस दे रही है.किसानों के साथ यदि कोई सरकार खड़ी है तो वह रमन सरकार ही है.सरकार जीरो रेट पर कर्ज दे रही है.धान के उत्पादन में 47 फीसदी की वृद्धि, दलहन के उत्पादन में 52 फीसदी और तिलहन के उत्पादन में 150 फीसदी से ज्यादा की वृद्धि की है.46 साइल हेल्थ कार्ड के लिए 21 करोड़ का प्रावधान रखा है.

उन्होनें कहा कि जैविक खेती को सरकार बढ़ावा देने की योजना पर काम कर रही है. कार्ययोजना बना रहे है कि प्रत्येक किसान को पहले साल 5 हजार, दूसरे साल 3 हजार और तीसरे साल 2 हजार की मदद दी जाएगी. इसके लिए 50 हजार हेक्टेयर की कार्ययोजना बनाकर केंद्र सरकार को भेजा है. फसल बीमा के जरिये छत्तीसगढ़ के किसानों को 2015-16 में सूखा पड़ने की स्थिति में सात सौ करोड़ रूपये की सहायता मिली है. छत्तीसगढ़ के 96 तहसीलों में जहां सूखा पड़ा है, वहां 3 लाख किसानों को 400 से 500 करोड़ रुपये फसल बीमा का लाभ मिलेगा. बीमा की राशि का वितरण शुरू हो गया है.

आगे बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कृषि सेवा केंद्र की योजना में 25 लाख रुपए का लोन दिया जाता है, जिसमें 10 लाख रुपए सब्सिडी होता है. 782 कृषि सेवा केंद्र स्थापित है इस साल 200 नए सेवा केंद्र खोलने का लक्ष्य है. चिराग योजना नई योजना है. विश्व बैंक से 400 करोड़ रुपए की मदद ली जाएगी. नई राजधानी क्षेत्र में जैव प्रौद्योगिकी संस्थान स्थापित करने की योजना है. ग्रीन हाउस शेडनेट हाउस मल्चिंग शीट की योजना शुरू की है. प्लग टाइप यूनिट शुरू किया है सब्जी के पौधे तैयार होंगे. शहरों में छत में सब्जी उगाने की योजना शुरू की है.अभी रायपुर बिलासपुर में लागू है इसे सभी नगर निगम क्षेत्र में लागू करने की योजना है. अब तक उद्यानिकी विभाग में सामुहिक फेंसिंग की योजना थी अब इसे व्यक्ति गत स्तर पर लागू कर रहे हैं. कृषि वेधशाला सभी जिले में स्थापित किए जाने की योजना है.

उन्होनें कहा कि वनौषधि प्रोसेसिंग अनुसंधान यूनिट लगाने की योजना है. इस साल छह नए एग्रीकल्चर कॉलेज खुल जाएंगे. सभी 27 जिलों में किसान उपभोक्ता बाजार बनाएंगे.धमतरी, बलौदाबाजार, मुंगेली समेत छह आदर्श मंडी बनाएंगे.किसान कन्वेंशनल सेंटर रायपुर में बनाया जाएगा,जिसके लिये 32 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है.एग्री माल भी सरकार बनाएगी. रायपुर और महासमुंद में 38 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा.

बृजमोहन अग्रवाल की घोषणाएं-

पशु शव वाहन की योजना संवेदना एक्सप्रेस 10 और 5 रेस्क्यू व्हीकल शुरू किए जाएंगे. डेयरी उद्यमिता योजना में इस साल 1480 नए डेयरी खोलने का लक्ष्य है. कोसली गाय की नस्ल सुधार योजना के लिए 2 करोड़ रुपए की योजना है, 115 रजिस्टर्ड है. इसके लिए अनुदान बढ़ाया जाएगा। 20 से 25 लाख रुपए किया गया है. शेड के लिए 8 लाख रुपए अतिरिक्त होगा। पंचगव्य के यूनिट के लिए 5 लाख रुपए अतिरिक्त दिया जायेगा. आवारा पशुओं के लिए होल्डिंग सेंटर स्थापित करने की योजना है.