नई दिल्ली। दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में भड़की हिंसा के बाद शुक्रवार को हिंदू और मुस्लिम की अमन कमेटी की ओर से यह ऐलान किया गया कि इलाके में भाईचारा कायम रखने के लिए रविवार को तिरंगा यात्रा निकाली जाएगी. इलाके में संयुक्त रूप से एक प्रेस वार्ता आयोजित की गई. दोनों समुदायों के लोग और दिल्ली पुलिस की मौजूदगी में लोगों ने एक-दूसरे को गले भी लगाया, ताकि देश में एक संदेश जाए. हिंदू पक्ष की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस में इंद्रमणि तिवारी और मुस्लिम पक्ष की ओर से तबरेज खान ने पुलिस की भूमिका की तारीफ की और दोषियों को न बख्शने की भी बात कही. दोनों समुदायों के लोगों ने इस बात को भी कबूल किया कि इस घटना ने हमें हिला दिया, क्योंकि हम हमेशा से ही साथ रहते हुए आए हैं, साथ ही दोनों ने इस बात का भी जिक्र किया कि भविष्य में हम एक-दूसरे के त्योहारों पर स्वागत कर फूल बरसाने का काम भी करेंगे.

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नेताओं को गुलाब देकर लौटाया जाएगा वापस

यह भी फैसला लिया गया है कि अब अगर कोई भी राजनीतिक पार्टी से नेता इलाके में आएंगे, तो उन्हें गुलाब का फूल देकर वापस लौटाया जाएगा और यह संदेश दिया जाएगा कि आपसी मसला है, जिसे खुद हल कर लिया जाएगा. दरअसल जहांगीरपुरी इलाके में 16 तारीख की शाम शोभायात्रा के दौरान बवाल हुआ और गोलियां चल गईं, जिसमें पुलिसकर्मियों समेत कई लोग घायल हुए. हालांकि बाद में पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी शुरू की और अब तक 25 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. हिंसा के बाद से ही इलाके में माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है और भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया है. इस कारण वहां रह रहे लोगों के व्यापार पर भी असर पड़ रहा रहा है. इन्हीं सबको देखते हुए दोनों समुदायों के बीच तिरंगा यात्रा निकालने समेत अन्य फैसले लिए गए हैं.

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