रायपुर। राज्यपाल अनुसुईया उइके की पहल से बलरामपुर जिले की दिव्यांग बेटी का रायपुर में इलाज होगा. 7 वर्षीय दिव्यांग शशिप्रभा चलने फिरने और बोलने में असमर्थ है. उसके पिता की मौत हो चुकी है और घर की आर्थिक स्थिति भी सही नहीं है. जिस कारण उसका इलाज नहीं हो पा रहा था. अब राज्यपाल की पहल से बच्ची का बेहतर इलाज हो सकेगा.

राज्यपाल अनुसुईया उइके से आज राजभवन में फुलमनिया ने अपनी दिव्यांग बेटी शशिप्रभा के साथ मुलाकात की. राज्यपाल को मीडिया के माध्यम से बलरामपुर जिले के एक छोटे से गांव करकली में रहने वाली 7 वर्षीय शशिप्रभा के बारे में जब पता चला कि वह चलने फिरने और बोलने में असमर्थ है. सरगुजा में उसका इलाज नहीं हो पा रहा है.

राज्यपाल ने लिया संज्ञान

जिसके बाद राज्यपाल ने स्वतः संज्ञान लेते हुए जिला प्रशासन बलरामपुर को शशिप्रभा को उसके परिजनों के साथ राजभवन भिजवाने के निर्देश दिए. ताकि यहां के चिकित्सकों से परामर्श लेकर उसका इलाज कराया जा सके. शशिप्रभा के पिता की मृत्यु हो चुकी है. उनकी आर्थिक हालत अच्छी नहीं है.

परिजनों के आंखों में आ गए आंसू

इसलिए राज्यपाल उइके ने उसकी मां और साथ में आई मौसी कांता को आश्वासन दिया कि उनकी बेटी का हरसंभव इलाज कराया जाएगा. राज्यपाल की सहृदयशीलता से कांता और फुलमनिया की आंखों में आंसू आ गए. उन्होंने कहा कि हमने सोचा भी नहीं था कि रायपुर आकर हमारी बेटी का इलाज हो सकेगा. उन्होंने राज्यपाल को इसके लिए तहे दिल से धन्यवाद दिया.

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