कुआलालंपुर। पाकतन हरपन (पीएच) गठबंधन के प्रमुख के तौर पर 75 वर्षीय अनवर इब्राहिम ने गुरुवार को मलेशिया के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. दक्षिण पूर्व एशियाई देश में पिछले सप्ताहांत हुए आम चुनाव के बाद उत्पन्न हुए राजनीतिक गतिरोध में राजा सुल्तान अब्दुल्ला सुल्तान अहमद शाह ने हस्तक्षेप करते हुए इब्राहिम को देश का प्रधानमंत्री नामित किया था.

गौरतलब है कि विपक्ष के नेता के तौर पर तीन दशक तक काम करने के बाद प्रधानमंत्री के तौर पर इब्राहिम की वापसी चर्चा का विषय बनी हुई है. इब्राहिम को अनैतिक संबंधों और भ्रष्टाचार के आरोपों में 10 वर्ष जेल में रहना पड़ा था. उन्होंने 1993 से 1998 तक बारिसन नेशनल सरकार (बीएन) में पूर्व प्रधानमंत्री महाथिर मोहम्मद के अधीन उप प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया था. महाथिर से मतभेद के बाद इब्राहिम ने पीपुल्स जस्टिस पार्टी का गठन किया और बाद में कई राष्ट्रीय चुनावों में चुनाव लड़ा.

इब्राहिम 2004 में अनैतिकता के आरोप में बरी होने में कामयाब रहे, लेकिन 2015 में इसी प्रकार के आरोपों में उन्हें फिर से जेल जाना पड़ा. वर्ष 2018 में जेल से उन्होंने सभी विपक्षी दलों से समन्वय कर एक विपक्षी गठबंधन बनाया. उस समय इब्राहिम को आधिकारिक रूप से प्रधानमंत्री नामित किया गया था, लेकिन महातिर के साथ फिर से मतभेद होने की वजह से उनकी सरकार गिर गई उन्हें फिर से पद से वंचित होना पड़ा था.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी बधाई

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दातो सेरी अनवर इब्राहिम को मलेशिया का प्रधानमंत्री चुने जाने पर बधाई दी है. एक ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा कि मलेशिया के प्रधानमंत्री के रूप में चुने जाने पर दातो सेरी अनवर इब्राहिम को बधाई. मैं भारत-मलेशिया संवर्धित रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत बनाने के लिए साथ मिलकर काम करने के प्रति आशान्वित हूं.

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