रायपुर। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय रायपुर में 5 फ़रवरी को दोपहर 3 बजे से “भारतीय संस्कृति का वैश्विक स्वरुप एवं संचार” विषय पर अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी  का आयोजन किया जाएगा, जिसमें देश-विदेश से विशेषज्ञ शामिल होंगे. संगोष्ठि में लिथुवेनिआ की आदरणीय गुरुमाता इनिज़ा ट्रिंकुनैने, वहां की परम्पराओं पर केंद्रित प्रसिद्ध समाचार पत्र इंडिजिनस टुडे के संपादक जोनास वैसकुनश और लिथुवेनिआ के पूर्व नेता प्रतिपक्ष जीनतारस संगैला का विशेष व्याख्यान होगा.

वहीं इस अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठि में छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री रामसेवक पैकरा विशेष अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे और कार्यक्रम की अध्यक्षता कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एम एस परमार करेंगे.

बता दें कि लिथुआनिया यूरोप महाद्वीप के उत्तरी भाग में बाल्टिक सागर के किनारे स्थित एक देश है, जो तीन बाल्टिक देशों लिथुआनिया, लातविया और ऍस्तोनिया में से सबसे बड़ा है. इसकी राजधानी विल्नुस है. लिथुआनियाई भाषा हिन्द-यूरोपीय भाषा परिवार की बाल्टिक शाखा की केवल दो जीवित भाषाओं में से एक है, दूसरी लातवियाई है. कहा जाता है कि लिथुआनियाई भाषा ने हमेशा शुद्धता और आदिम हिन्द-यूरोपी भाषा से निकटता बनाई रखी है और संस्कृत भाषा के बहुत समीप है.