कुमार इंदर, जबलपुर। जबलपुर के गैलेक्सी अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म होने से 5 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत के मामले में कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने चार सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है।

हालांकि उनका एक बेहद चौंकाने वाला बयान भी सामने आया है, जिसमें उन्होंने जांच से पहले ही अस्पताल को क्लीन चिट दे दी है। कलेक्टर ने कहा है कि अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी नहीं थी।

कलेक्टर के इस बयान को लेकर अब कई सवाल उठने लगे हैं। जांच के पहले ही वो यह दावा कैसे कर रहे हैं कि अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी नहीं थी? क्या उन्होंने जो समिति का गठन किया है वो सिर्फ खानापूर्ति के लिए ही है? जांच समिति ने अभी अपनी रिपोर्ट नहीं सौंपी है उसके पहले कलेक्टर कैसे अस्पताल को क्लीन चिट दे रहे हैं ? क्या मृतकों के परिजन झूठ बोल रहे हैं ? अगर अस्पताल में ऑक्सीजन पर्याप्त थी तो पुलिस कर्मी अस्पताल में ऑक्सीजन लेकर क्यों जा रहे थे ? पुलिस द्वारा अस्पताल में ऑक्सीजन के सिलेंडर ले जाने वाली सभी तस्वीरें झूठी हैं ?

फिलहाल ऐसे और भी कई सवाल हैं जो कलेक्टर द्वारा अस्पताल को जांच के पहले ही दिये गए क्लीन चिट पर सवाल उठा रहा है। ऐसे में सवाल यह भी उठता है कि क्या कलेक्टर किसी दबाव में हैं जो उन्होंने जांच रिपोर्ट से पहले ही अस्पताल को क्लीन चिट दे दी।