रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसरो (आईएसआरओ) द्वारा वर्ष 2020 के पहले मिशन संचार उपग्रह जीसैट-30 के सफलता पूर्वक प्रक्षेपण पर वैज्ञानिकों एवं उनकी पूरी टीम को शुभकामनाएं दी है.

यह सैटेलाइट टेलीविजन अपलिंकिंग, डिजिटल सैटेलाइट खबर संग्रहण (डीएसएनजी), डीटीएच सैटेलाइट टीवी प्रसारण तथा टेली कम्युनिकेशन के क्षेत्र में विभिन्न कार्य करेगी.  इससे इंटरनेट की दुनिया में क्रांति आने की उम्‍मीद जताई जा रही है. 5जी नेटवर्क भी अब दूर नहीं है. जलवायु परिवर्तन की भविष्यवाणी में यह अहम भूमिका निभाएगा. संचार उपग्रह जीसैट-30 को इसरो द्वारा शुक्रवार सुबह 2.35 बजे फ्रेंच गुआना के कौरू स्थित स्पेस सेन्टर युरोपियन राॅकेट एरियन 5-वीटी 252 से लाॅन्च किया गया.

इसका का वजन करीब 3100 किलोग्राम है. यह लॉन्चिंग के बाद 15 सालों तक काम करता रहेगा. इसे जियो-इलिप्टिकल ऑर्बिट में स्थापित किया जाएगा. इसमें दो सोलर पैनल होंगे और बैटरी होगी जिससे इसे ऊर्जा मिलेगी. यह 107 वां एरियन 5 वां मिशन है. कंपनी के 40 साल पूरे हो गए हैं.

बता दें कि यह मिशन पृथ्वी पर जलवायु परिवर्तन को समझने तथा भविष्यवाणी करने में अहम भूमिका निभा सकता है. इसरो ने पिछले साल छह लॉन्च वाहन और सात उपग्रह मिशन लॉन्च किए थे.