नई दिल्ली। जामिया मिलिया इस्लामिया की कुलपति प्रो. नजमा अख्तर को उनके असाधारण शैक्षणिक और संस्थागत नेतृत्व के लिए यूनिवर्सल पीस फेडरेशन इंडिया चैप्टर द्वारा ‘एम्बेसडर फॉर पीस’ अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है. फेडरेशन द्वारा स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय युवा दिवस के वर्चुअल समारोह के दौरान यह सम्मान दिया गया. जामिया की वीसी प्रोफेसर अख्तर ने कहा कि देश और दुनिया का भविष्य युवाओं पर निर्भर करता है. उन्हें हमेशा स्वतंत्र रूप से सशक्त होना चाहिए, लेकिन जिम्मेदारी की भावना के साथ-साथ और जामिया सहित सभी विश्वविद्यालय उसी उद्देश्य को पूरा कर रहे हैं.

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यूनिवर्सल पीस फेडरेशन संयुक्त राष्ट्र द्वारा मान्यता प्राप्त एक संगठन है, जो उन व्यक्तियों को ‘एम्बेसडर फॉर पीस’ अवॉर्ड से सम्मानित करता है, जिनका जीवन दूसरों के लिए जीने के आदर्श का उदाहरण है और जो खुद को उन प्रथाओं के लिए समर्पित करते हैं, जोकि सार्वभौमिक नैतिक मूल्यों, सुदृढ़ पारिवारिक जीवन, अंतर्धार्मिक सहयोग, अंतर्राष्ट्रीय सद्भाव, रिन्यूअल ऑफ यूनाइटेड नेशन्स, जिम्मेदार पब्लिक मीडिया और शांति की संस्कृति की स्थापना को बढ़ावा देते हैं.

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नस्लीय, राष्ट्रीय और धार्मिक बाधाओं को पार करते हुए ‘एम्बेसडर फॉर पीस’ सभी युगों की आशा की पूर्ति में योगदान करते हैं, शांति की एक ऐसी एकीकृत दुनिया जिसमें जीवन के आध्यात्मिक और भौतिक आयामों का सामंजस्य होता है. वहीं जामिया स्कूल की एक शिक्षिका लोवेल, मैसाचुसेट्स, यूएसए में जामिया और भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी. इस शिक्षिका को यूएसए के प्रतिष्ठित फुलब्राइट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है. आयशा जमील नाम की पीजीटी अंग्रेजी की ये शिक्षिका सैयद आबिद हुसैन सीनियर सेकेंडरी स्कूल, जामिया मिलिया इस्लामिया में पढ़ाती हैं. उन्हें यूएस डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट्स के फुलब्राइट टीचिंग एक्सीलेंस एंड अचीवमेंट प्रोग्राम (फुलब्राइट टीईए) में भाग लेने के लिए चुना गया है. आयशा जहां लोवेल, मैसाचुसेट्स यूएसए में जामिया और भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी, वहीं संगोष्ठियों में भी भाग लेंगी और ऐसे शोध कार्य करेंगी, जो उनके शिक्षण-अधिगम उपकरणों को बढ़ाने में सक्षम होंगे.