रायपुर। अब छत्तीसगढ़ में प्रशासनिक आतंकवाद के साथ ही राजनीतिक आतंकवाद शुरु हो रहा है. मैं जब-जब राजनांदगांव जाने की बात करता हूं तब-तब मेरे खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाता है. यह कहना है पीसीसी चीफ भूपेश बघेल का. भूपेश रविवार को 13 नवंबर से शुरु होने जा रही पदयात्रा के कार्यक्रम को लेकर प्रेसवार्ता ले रहे थे. इस दौरान भूपेश ने सरकार पर तीखा हमला बोला और कई गंभीर आरोप भी लगाए.

भूपेश बघेल ने झीरमघाटी कांड को लेकर अब तक का सबसे गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि – रमन सिंह के ब्रम्हास्त्र से झीरमघाटी हमला हुआ और कांग्रेस के शीर्ष नेता मारे गए थे. रमन सिंह का ब्रम्हास्त्र अंतागढ़ में भी चला और टेपकांड सामने आया.कांग्रेस छोटे मोटे प्रदर्शन करती है तो संगीन धराएं लगाई जाती हैं. भूपेश ने कहा कि ब्रम्हास्त्र गुढ़ियारी में भी चला और कांग्रेस नेताओं पर पथराव किया गया और मेरे खिलाफ बलवा का जुर्म किया गया.

भूपेश ने कहा- अंतागढ़ टेप कांड में मुझे फंसाने की कोशिश की गई, उन्होंने सीडी कांड को लेकर दावा किया कि अंतागढ़ टेपकांड की तरह ही सीडी कांड का भी पर्दाफास होगा. उन्होंने सीडी कांड में शिकायतकर्ता के लैंड लाइन की कॉल डिटेल सार्वजनिक करने की मांग की है.

झीरम के बाद हर घटना के लिए तैयार हैं

भूपेश ने बताया कि 13 नवंबर से राजीव गांधी पंचायतीराज संगठन की ओर से पदयात्रा निकाली जाएगी. इस पदयात्रा में भूपेश खुद 90 किलोमीटर पदयात्रा करेंगे. उन्होंने बताया कि इसकी शुरुआत डोंगरगढ़ से मां बम्लेश्वरी के दर्शन के साथ होगी. मां बम्लेश्वरी के दर्शन के बाद डोंगरगढ़ के ग्राम अछोली से पदयात्रा की शुरुआत करेंगे. पदयात्रा में महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस, किसान कांग्रेस, आदिवासी कांग्रेस, अनुसूचित जाति कांग्रेस, पिछड़ा वर्ग कांग्रेस शामिल होंगे. इस पदयात्रा का समापन 18 नवंबर को खुर्सीपार में होगा. जिसमें प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया भी शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि सीएम के निर्वाचन क्षेत्र में वे सूखा राहत, समर्थन मूल्य, सिंचाई के लिए पानी, बेरोजगारी भत्ते जैसे तमाम मुद्दे उठाएंगे. वहीं 13 नवंबर से शुरु हो रही पदयात्रा की सुरक्षा को लेकर उन्होंने कहा कि झीरम के बाद हम हर घटना के लिए तैयार हैं.