पैथलॉजी विभाग से एमडी की पढ़ाई कर जूनियर डॉक्टर का शव हास्टल के कमरे में फांसी पर लटका मिला है.

इटावा. सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में जूनियर डॉक्टर ने सोमवार की रात्रि अपने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर खुदकशी कर ली. पुलिस ने जांच शुरू कर दी लेकिन अभी तक कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है.

मूल रूप से गाजियाबाद के प्रताप विहार सेक्टर 12 निवासी केके शुक्ला की पुत्री वंदना शुक्ला सैफई मेडिकल यूनीवर्सिटी में पैथलॉजी विभाग से एमडी की पढ़ाई कर रही थी और हॉस्टल के टाइप-2ए ब्लॉक में रहती थी. सोमवार की देर रात वंदना ने फांसी लगाकर जान दे दी. सुबह कमरे में उसका शव फांसी पर लटका देखकर सहपाठियों में सनसनी फैल गई. मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने पुलिस को जानकारी दी. सैफई पुलिस उपाधीक्षक मस्सा सिंह, इंस्पेक्टर चंद्रदेव मौके पर पहुंचे.

फोरेंसिक टीम को भी बुलाया गया है. पुलिस की प्राथमिक छानबीन में खुदकशी की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है. पुलिस ने पास के कमरों में रहने वाली छात्राओं और सहपाठियों से पूछताछ कर रही है. परिजनों को भी सूचना देकर बुलाया गया है. यूनीवर्सिटी प्रशासन भी घटना को लेकर सकते में है. इससे पहले भी जुलाई माह में जूनियर डॉक्टर शैलजा सचदेवा ने जहर खाकर जान देने का प्रयास किया था. एक माह के इलाज के बाद उन्हें बचाया जा सका था. इस मुद्दे पर सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी का प्रशासन भी सवालों के घेरे में खड़ा हो गया था.

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