शब्बीर अहमद, भोपाल। इजरायल एनएसओ ग्रुप के पेगासस स्पाइवेयर द्वारा देश के कई चर्चित लोगों की जासूसी के मामले में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का भी एक बयान सामने आया है. कमलनाथ ने कहा, मेरे पास पूरी लिस्ट है, अभी और लिस्ट सामने आएगी. उन्होंने ये भी कहा कि बहुत सारे लोग दुखी भी हैं कि मेरे नाम क्यों नहीं हैं.

फॉरेंसिक टेस्ट में में इजरायल एनएसओ ग्रुप के पेगासस स्पाइवेयर का पर्दाफाश हुआ. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कई नामी पत्रकार पेगासस स्पाइवेयर निशाने पर थे. द वायर समेत 16 मीडिया संगठनों द्वारा की गई पड़ताल दिखाती है कि इज़रायल के एनएसओ ग्रुप के पेगासस स्पायवेयर द्वारा स्वतंत्र पत्रकारों, स्तंभकारों, क्षेत्रीय मीडिया के साथ हिंदुस्तान टाइम्स, द हिंदू, इंडियन एक्सप्रेस, द वायर, न्यूज़ 18, इंडिया टुडे, द पायनियर जैसे राष्ट्रीय मीडिया संस्थानों को भी निशाना बनाया गया था.

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दरअसल, द वायर और उनके सहयोगी मीडिया संस्थानों द्वारा दुनिया भर में हजारों फोन नंबर्स, जिन्हें इजरायली कंपनी के विभिन्न सरकारी ग्राहकों द्वारा जासूसी के लिए चुना गया था. इनके रिकॉर्ड्स की समीक्षा के अनुसार, 2017 और 2019 के बीच एक अज्ञात भारतीय एजेंसी ने निगरानी रखने के लिए 40 से अधिक भारतीय पत्रकारों को चुना था.

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लीक किया हुआ डेटा दिखाता है कि भारत में इस संभावित हैकिंग के निशाने पर बड़े मीडिया संस्थानों के पत्रकार, जैसे हिंदुस्तान टाइम्स के संपादक शिशिर गुप्ता समेत इंडिया टुडे, नेटवर्क 18, द हिंदू और इंडियन एक्सप्रेस के कई नाम शामिल हैं. इनमें द वायर के दो संस्थापक संपादकों समेत तीन पत्रकारों, दो नियमित लेखकों के नाम हैं.

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