नागेंद्र निषाद, गोबरा नवापारा। स्कॉलरशिप फॉर्म की हार्डकॉपी जमा करने के बदले 50-50 रुपए की अवैध वसूली करने वाले लैब टेक्नीशियन को उच्च शिक्षा विभाग ने निलंबित कर दिया गया है. निलंबित लैब टेक्नीशियन नवल वर्मा पर आरोप है कि उन्होंने 11 जनवरी को अपनी मुंहबोली बहन के स्कॉलरशिप फॉर्म की हार्डकॉपी जमा करने आए दो युवकों से 50 रुपए की अवैध वसूली की थी. युवकों ने अवैध वसूली का अपने मोबाइल से वीडियो भी बना लिया था. वीडियो वायरल होने के बाद लल्लूराम डॉट काम ने खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया. जिसके बाद मामले में उच्च शिक्षा विभाग ने संज्ञान लिया विभाग की आयुक्त शारदा वर्मा ने लैब टेक्नीशियन नवल वर्मा को निलंबित कर दिया.

पीड़ित युवकों का कहना था कि जब वे दीदी का फॉर्म जमा करने श्री कुलेश्वर महादेव शासकीय महाविद्यालय गोबरा नवापारा के काउंटर पर पहुंचे, तो काउंटर पर बैठे नवल वर्मा ने उनसे बेहद अभद्रतापूर्ण तरीके से बात की और दो टूक कह दिया कि जिसका फॉर्म है, वही आएगा तो ही हार्ड कॉपी जमा होगा. चूंकि दीदी शहर से बाहर थी और महाविद्यालय प्रबंधन द्वारा हार्ड कॉपी जमा करने के लिए 11 तारीख की तिथि निर्धारित की गई थी. इसलिए उन्होंने वर्मा से काफी मिन्नत करते हुए हार्डकॉपी जमा लेने कहा, जिस पर वर्मा ने उन्हें कहा गया कि हार्डकॉपी में संबंधित छात्रा के पिता के हस्ताक्षर होंगे तभी हार्डकॉपी लिया जाएगा.

इसके बाद वे दोनों दीदी के पिताजी के हस्ताक्षर करवाकर आने की बात कहते हुए फॉर्म लेकर वापस चले गए. लेकिन इस दौरान वर्मा द्वारा की गई अभद्रता से वे दोनों काफी खिन्न थे और उसकी अभद्रता की प्रमाण सहित शिकायत करने के लिए उन्होंने दूसरी बार जाने से पहले तय कर लिया था कि मोबाइल से वर्मा की अभद्रता को रिकॉर्ड करेंगे. इसी दौरान लैब टेक्नीशियन ने उनसे यह कहते हुए 50 रुपए मांगे कि आज हार्डकॉपी जमा करने की अंतिम तिथि है. आज हार्डकॉपी जमा नहीं हुई, तो दीदी स्कॉलरशिप से वंचित रह जाएगी. इस अवैध मांग को पूरा करने के सिवाय उन दोनों के पास कोई रास्ता नहीं था. लिहाजा उन्होंने वर्मा को उनके कहे अनुसार 50 रुपए दे दिए. उनसे 50 रुपए मांगे जाने और 50 रुपए लिए जाने की घटना मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया.

बता दें कि लैब टेक्नीशियन नवल वर्मा ने इसी तरह छात्र-छात्राओं से एडमिशन के समय 300-300 रुपए की अवैध वसूली की थी. जिसकी पीड़ितों द्वारा शिकायत भी की गई थी. लेकिन वर्मा को संरक्षण दिए जाने के चलते पीड़ित छात्र-छात्राएं निराश हो गई. आखिरकार अब जाकर वर्मा को उसके घृणित कृत्य की सजा मिली है.

छत्तीसगढ़ः महाविद्यालय में हो रही अवैध वसूली, बाबू का हो गया ‘स्टिंग’