पुरषोत्तम पात्र, गरियाबंद. एक बार फिर लल्लूराम की खबर का बड़ा असर हुआ है. झराबहाल निवासी मायाराम के घर आज देवभोग बीएमओ डॉक्टर सुनील रेड्डी अपने अमले के साथ पहुंचे. पीड़ित टंकधर और पिता मायाराम के साथ उन्होंने विस्तार से सारी बातों को समझा. अब तक कराए गए सारे उपचार के दस्तावेज और दी जा रही दवा की जानकारी भी ली. उसके बाद उन्होंने पीड़ित को सोमवार से देवभोग अस्पताल में भर्ती कर नियमित उपचार के तहत ड्रेसिंग, एंटीबायोटिक और दर्द की दवा के साथ-साथ अन्य सारी जरूरी सुविधाएं देने की बात कही है.

डॉक्टर ने कहा कि पीड़ित के रक्त नमूने की जांच भी होगी. बीएमओ रेड्डी ने कहा कि टंकधर को बुधवार को एम्बुलेंस के जरिये जिला अस्पताल ले जाया जाएगा. आवश्यक इलाज के साथ ही जिला मेडिकल बोर्ड की मौजूदगी में विकलांगता सर्टिफिकेट बनाया जाएगा. ताकि उसे अन्य सरकारी योजनाओं का फायदा भी मिल सके.

पिता बोला दवा मिले तो दारू क्यो पिलाऊंगा ?

डॉक्टर की टीम ने जब पीड़ित के घर पहुंचकर दवाइयों की पड़ताल की तो उनके घर से गैस और केल्शियम की कुछ गोलियां ही मिली. पिता मायाराम ने इन्हीं दवाओं को दिखाते हुए कहा कि अभी उसके पास एंटीबायोटिक और दर्द की दवा खत्म हो चुकी है. मजबूरी के चलते ही पिछले 4 दिनों से दर्द से तड़प रहे बेटे को शराब की घुट देने की लाचारी को बताया. पिता ने कहा कि एक जवान बेटा खो चुका हूं, दूसरे को नहीं खोना है. मायाराम ने मदद के लिए पहल करने पर लल्लूराम डॉट कॉम के प्रति आभार जताया.

लोक सेवा गारंटी के तहत मिलेगी सहायता राशि

20 सितम्बर 2022 को सड़क हादसे में बाइक चालक की टक्कर से घायल टंकधर का पांव काटना पड़ा था, मामले में देवभोग पुलिस ने अपराध पंजीबद्व कर चालान भी पेश कर दिया है. नियमत: सड़क दुर्घटना के पीड़ित को लोक सेवा गारंटी के तहत मुआवजा की राशि दी जाती है. जिसकी प्रकिया तहसील कार्यालय में लंबित थी. लल्लूराम में खबर प्रकाशित होने के बाद एसडीएम अर्पिता पाठक की पहल पर पीड़ित को सोमवार को तहसील कोर्ट में पेश होने की सूचना भेजी गई है. तहसीलदार जयंत पटले ने बताया कि पीड़ित के बयान की औपचारिकता के बाद उसे सहयाता राशि जारी की जाएगी. ये राशि अधिकतम 10 हजार होगी. जो हफ्ते भर के भीतर उसे मिल जाएगी.

बता दें कि इलाज के अभाव में बीमारी से मायाराम के बड़े बेटे की मौत हो गई, तो वहीं सड़क दुर्घटना में घायल छोटे बेटे टंकधर के पांव काटने पड़े. मुश्किल से गुजारा के बीच परिवार बेटे का इलाज करा रहा था. पैसे ना होने के कारण बेबस पिता बेटे के दर्द को दूर करने के लिए शराब पीलाकर उसका दर्द दूर करने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन अब टंकधर का सोमवार से विधिवत इलाज शुरू किया जाएगा.