अमृतसर. पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नागरिक सबरजीत सिंह की जिंदगी के लिए जंग लड़ने वाले मानवाधिकार कार्यकर्ता औऱ उनकी पाकिस्तान में पैरवी करने वाले वकील ओवैस शेख का स्वीडन में निधन हो गया.

ओवैस शेख वो शख्स थे पाकिस्तानी हुक्मरानों की हर चाल का बखूबी जवाब देकर सरबजीत की रिहाई के लिए संघर्ष कर रहे थे. वे न सिर्फ पूरी मजबूती से सरबजीत की लड़ाई पाकिस्तान की अदालतों में लड़ रहे थे बल्कि उन्होंने पाकिस्तान के लोकतांत्रिक औऱ लिबरल लोगों के बीच सेव सरबजीत कैंपेन भी चला रखी थी. जिसका मकसद था कि किसी तरह से पाकिस्तान के झूठ को बेनकाब करके सरबजीत को पाकिस्तानी यंत्रणा से मुक्ति दिलाना. ये अलग बात है कि पाकिस्तान की जेल में बंद सरबजीत की कैदियों के हमले में मौत हो गई थी लेकिन ओवैस शेख ने सरबजीत की जान की हिफाजत के लिए लंबी लड़ाई लड़ी.

ओवैस शेख के निधन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सरबजीत सिंह की बहन दलबीर कौर ने कहा कि उनका जाना हमारे लिए एक ऐसी क्षति है जिसे कभी पूरा नहीं किया जा सकता. वैसे ओवैस के बेटे शाहरुख ने कहा कि वह अपने पिता के मानवाधिकारों के संरक्षण को लेकर किए जा रहे कामों को पूरा करेंगे औऱ मानवाधिकारों के लिए पाकिस्तान में लड़ते रहेंगे.