सुप्रिया पांडेय, रायपुर. पीएम मोदी की सरकार आने के बाद लगभग 10 करोड़ रसोई गैस शोषित और वंचित लोगों को वितरित किए गए हैं. जिसमें 200 रुपए की कमी की गई, आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लोगों की बड़ी रियायत दी गई है. पेट्रोल डीजल के दामों में उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है. जिसको लेकर पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने निशाना साधते हुए कहा राज्य सरकार टैक्स नहीं घटा रही है. इतना ही नहीं नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने भी अमरजीत के बयान पर सरकार को आड़े हाथ लिया है.

विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा दाम घटना या बढ़ना ये विश्वस्तर की अर्थव्यवस्था पर निर्भर करता है. सब ऑटोमेशन पर चलता है. लेकिन केंद्र ने बार-बार इस बात को कहा है कि पेट्रोल- डीजल या रसोई गैस के दामों में यदि केंद्र सरकार कमी करती है तो टैक्स में भी कमी करती है. लेकिन राज्य सरकार टैक्स कमाने का काम कर रही है. ये पेट्रोल-डीजल को लेकर केंद्र पर आरोप लगाते हैं पर उनकी तरफ से जो सुविधा प्रदेश की जनता को मिलनी चाहिए वो नहीं मिल पा रही है.

ट्रेनों के कैंसल होने को लेकर पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, बिजली संकट से बचाने के लिए कोयले का ट्रांसपोर्टेशन किया जा रहा है. बिजली के बिना कुछ भी संभव नहीं है, जिसके लिए ये चीजे होती रहती हैं. उससे बहुत परेशान होने की जरूरत नहीं है, आने वाले समय में स्थितियां सुधरेंगी. काली डॉक्यूमेंट्री को लेकर पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, भारत के कल्चर को अपमानित करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. यहां रहने वाले लोगों को उसकी चिंता करनी चाहिए. मामले को गंभीरता से लेना चाहिए.

वहीं मंत्री अमरजीत भगत के बयान पर भी नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा इन्हें पीएम मोदी और केंद्रीय मंत्रियों का धन्यवाद करना चाहिए क्योंकि छत्तीसगढ़ में जो योजनाएं चल रही है वो केंद्र के दिए गए पैसों से चल रही हैं. छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद केंद्र ने इस बार राज्य सरकार से सबसे ज्यादा मात्रा में धान की खरीदी की है, इतनी ज्यादा खरीदी तो उन्होंने डॉ रमन सिंह की सरकार के समय पर भी नहीं की थी.

आगे उन्होंने कहा, प्राइवेट दुकानों और सरकारी सोसाइटी खाद का आबंटन कितनी मात्रा में किया, इसका हिसाब बता दें. कांग्रेस की सरकार आते ही छत्तीसगढ़ में यूरिया, डीएपी का संकट हो गया. ये कालाबाजारी को प्रोत्साहन दे रहे हैं. जनता त्राहि-त्राहि कर रही है. ट्रेनों की स्थिति को लेकर केंद्रीय मंत्रियों से बात हो रही हैं. स्थितियां जल्द सुधरेंगी.