नई दिल्ली.  लोकसभा चुनाव में किसी को भी इस बात की उम्मीद नहीं थी कि भारतीय जनता पार्टी 2014 से भी कहीं बेहतर नतीजे लेकर आएगी. जिस तरह से अकेले दम पर भाजपा ने 303 सीटों पर जीत दर्ज की है उसने तमाम राजनीतिक पंडितों की भविष्यवाणी को धता साबित कर दिया है. इस बार मोदी लहर में कई ऐसे दिग्गज नेता चुनाव हार गए जिनकी किसी को भी उम्मीद नहीं थी. कुछ सबसे ज्यादा चौंकाने वाले नाम कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जोकि अमेठी से स्मृति ईरानी से हार गए, उनके अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया, आरपीएन सिंह जैसे दिग्गज भी चुनाव हार गए. बात करें उत्तर प्रदेश की तो यहां समाजवादी पार्टी के किले भी में भाजपा सेंधमारी करने में सफल हुई है. पार्टी ने मुलायम परिवार के तीन दिग्गजों को इस चुनाव में पटखनी दी है.

कन्नौज से डिंपल यादव की विदाई

उत्तर प्रदेश में मुलायम परिवार के तीन सदस्यों को इस चुनाव में अप्रत्याशित हार का सामना करना पड़ा. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को सपा के गढ़ कन्नौज में हार का सामना करना पड़ा. कन्नौज से भाजपा उम्मीदवार सुब्रत पाठक ने डिंपल यादव को मात दी है. कन्नौज मे डिंपल यादव को जहां 549200 वोट मिले तो सुब्रत पाठक को 561286 वोट मिले. ऐसे में डिंपल यादव का कन्नौज से चुनाव हारना सपा के लिए बड़ा झटका साबित हुआ है.

धर्मेद्र यादव को मिली हार

वहीं बदायूं से धर्मेंद्र यादव को भी इस बार मोदी लहर में हार का सामना करना पड़ा है. बदायूं में धर्मेद्र यादव को भाजपा उम्मीदवार संघमित्रा मौर्या से हार का सामना करना पड़ा. धर्मेंद्र यादव को कुल 45.59 फीसदी यानि 491959 वोट मिले जबकि भाजपा उम्मीदवार को 47.3 फीसदी यानि 510343 मत मिले.

अक्षय यादव, शिवपाल यादव हारे

वहीं फिरोजाबाद सीट से अक्षय यादव को भी मोदी लहर में हार का मुंह देखना पड़ा है. भाजपा उम्मीदवार डॉक्टर चंद्रसेन जादोन ने उन्हें इस चुनाव में मात दी है. अक्षय यादव को जहां 43.41 फीसदी यानि 465686 वोट मिले तो भाजपा उम्मीदवार को 494050 वोट मिले. उन्हें 46.09 वोट मिले. दिलचस्प बात यह है कि अपनी अलग पार्टी बनाकर इस बार चुनाव लड़ने वाले शिवपाल यादव फिरोजाबाद में तीसरे पायदान पर रहे और उन्हें सिर्फ 8.54 फीसदी यानि 91651 वोट मिले.