रायपुर. आपने छत्तीसगढ़ का सुपर फास्टेस्ट न्यूज़ वेब पोर्टल लल्लूराम डॉट कॉम के बारे में तो सुना ही होगा. ख़बरों की दुनिया में आपकी यदि जरा भी खलल होगी तो आपने लल्लूराम का नाम जरुर सुना होगा. अब ये भी नहीं सुना तो आपने आखिर अब तक क्या कुछ सुना है. क्या कुछ किसके बारे में जानते हैं, हमारे ज्ञान पेलने से पहले आप ही कुछ ज्ञान झाड़ दीजिये. नहीं तो चुपचाप रहिये, अब हमें ही अपना लल्लूराम ज्ञान पेलने दीजिये. बरसात का समय चल रहा है. इन दिनों मेरे भी ज्ञान बरस रहे हैं.

आज घर में बीवी ने कहा- ये जी!, मेरे बीमार होने की वजह से अकेले सिनेमा देखने जा रहे हैं, तो घर का खाना लेते जाईये, नहीं जानते क्या बरसात के समय बाहर का खाना खाने से आपकी तबियत ख़राब हो जाती है. मैंने कहा- भागवान, तुम अपनी तबियत की चिंता करो. मैं अकेले नहीं जा रहा हूँ. अपने कई दोस्तों के साथ जा रहा हूँ. संजू बाबा की फिल्म देखने… दफ्तर के झंझटों के चलते फिल्म रिलीज के दिन संजू मूवी नहीं देख पाया था. अब घर और दफ्तर का पूरा भड़ास निकालने सिनेमाघर जा रहा हूँ.

सारे दोस्त अपने-अपने घर से खाना बनाकर ला रहे हैं. काश! तुम भी स्वस्थ होती तो मैं भी कुछ खाने-पीने का सामान बनवाकर ले जाता. तुम्हें मालूम नहीं है क्या महाराष्ट्र सरकार ने फैसला लिया है कि महाराष्ट्र के सिनेमाघरों में घर का खाना ले जा सकते हैं. आज अपने दोस्तों के साथ सिनेमाघर में इसलिए खाने का सामान ले जा रहे हैं कि हमारी भी मांग है कि छत्तीसगढ़ में भी ये नियम जल्द लागू होना चाहिए. हम खाने की सामग्री सिनेमाघर में ले जाकर हंगामा करेंगे.

मीडिया के लोगों को इस बात की सूचना देंगे. व्हाट्सएप में अति व्यस्त मीडियाकर्मियों के लिए हम लोग खुद ही हंगामे का वीडियो बनाकर उन्हें व्हाट्सएप करेंगे. क्योंकि हम सब व्हाट्सएप पत्रकारिता के पत्रकारों को व्हाट्सएप पर बड़े सम्मान की दृष्टिकोण से देखते हैं. कुछ मीडियाकर्मी जो फिल्ड छोड़कर फेसबुक पर सक्रिय हैं, उन्हें वीडियो और फोटो बनाकर फेसबुक में बाकायदा टैग करेंगे. हम कुल जमा दर्जनभर दोस्त जा रहे हैं. किसी-किसी मुहिम में अक्सर हम दोस्त बढ़चढ़कर भाग लेते हैं. हम सब हमारी दोस्ती की इस विशाल सेना को वानर सेना कहते हैं. हम सिनेमाघर में जाकर घर का खाना खायेंगे. किसी ने ना-नुकुर किया तो जमकर रायता फैलाएंगे.