सदफ हामिद/ न्यामुद्दीन अली, भोपाल/अनूपपुर। मध्यप्रदेश में रिकॉर्ड तोड़ ठंड पड़ रही है. शीतलहर के बीच ठंड से पूरा प्रदेश ठिठुर गया है. अनूपपुर जिले के पवित्र नगरी अमरकंटक में 2 डिग्री सेल्सियस तापमान पहुंच गया है. खेत खलिहान पर बर्फ की परत जम गई है. जिले के कई इलाकों में घना कोहरा छाया हुआ है. राजधानी भोपाल में 4 डिग्री तक पहुंच गया.

भोपाल में कड़ाके की ठंड

भोपाल में 86 साल में चौथी बार कड़ाके की ठंड पड़ी है. 9 साल बाद दिसंबर में जनवरी की सर्दी फेल हो गई है. उत्तर भारत से आई बर्फीली हवा और राजस्थान-गुजरात से आई सूखी सर्द हवा के कारण ज्यादा ठंड पड़ रही है. मौसम विभाग की माने तो सीवियर कोल्ड वेव और कोल्ड डे एक साथ रहे हैं. इससे पहले भोपाल में 1935 में (0.6 डिग्री), 1966 में (3.1 डिग्री) और 2011 में (2.3 डिग्री) में ठंड पड़ी थी.

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अमरकंटक में 2 डिग्री, बर्फ की परत जमी

अनूपपुर में सर्दी के सितम से रविवार की रात पारा इतना लुढ़का की खेत खलिहान पौधों पर ओस की बूंदें जमकर बर्फ बन गईं. रविवार को जिले के पवित्र नगरी अमरकंटक का न्यूनतम तापमान 2 डिग्री दर्ज किया गया. रात में हाड़ कंपाने वाली सर्दी का असर यह हुआ कि सोमवार सुबह जब लोग जागे, तो ओस की बूंदें फसलों पर बर्फ की तरह जमी दिखाई दीं.

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साल का सबसे ठंडा दिन

जिले में रविवार रात और सोमवार को कोल्ड डे रहा. जिस कारण अनूपपुर मुख्यालय में न्यूनतम पारा 5 डिग्री रहा है. पवित्र नगरी अमरकंटक में सबसे कम तापमान 2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम का अब तक का सबसे न्यूनतम तापमान भी है. इस साल का सबसे ठंडा दिन रहा है. इस कड़कती ठंड में लोग घरों में दुबके रहे. गरम कपड़ों का सहारा लिया.

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फसलों पर ओंस की बूंदें जमी

यही कारण है कि सोमवार की सुबह जब किसान खेतों में पहुंचे, तो उन्हें फसलों पर ओंस की बूंदें जमी नजर आई. अभी तक जिले में फसलों को नुकसान की कोई सूचना नहीं है, लेकिन यदि आगामी दिनों में पारा और गिरता है, तो फसलों को नुकसान की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है.

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