कुमार इंदर, जबलपुर। मध्यप्रदेश का ह्रदय कहे जाने वाले जबलपुर को संस्कारधानी के नाम से भी जाना जाता है। एक विदेशी सैलानियों का एक ग्रुप जबलपुर पहुंचा है। जय ग्रुप के सैलानियों में इटली के मिलान शहर से लेकर सिसली के रहने वाले तक के लोग शामिल हैं। जो विदेशी से आकर जबलपुर में सनातन धर्म की खूबियां सीख रहे हैं।

इस ग्रुप में कोई डॉक्टर है, कोई वकील तो कोई किसी अन्य प्रोफेशन से जुड़ा है। ये सभी विदेशी होने के बाद भी भारत आकर सनातन धर्म की खूबियां सीख रहे हैं। ये लोग भारत के रहने वाले माही गुरु जी के बताएं रास्ते पर चलकर सनातनी परंपरा को सीख रहे है।

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यह वही ग्रुप है जिसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने भारतीय संस्कृति और सनातनी धर्मों का मंत्र उच्चारण किया था। इन लोगों ने राम धुन, बगलामुखी मंत्र सहित तमाम रामायण की चौपाइयां सहित गीता के उपदेश सीख लिए है। इसके साथ ही इन सभी लोगों ने अपने जीवन से मांसाहार भी त्याग दिया है।

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इन लोगों ने जबलपुर में बगलामुखी मंदिर पहुंचकर सनातनी परंपराओं में जो सीखा है उसकी प्रस्तुति दी। ये ग्रुप मध्य प्रदेश के अलग-अलग धर्म स्थलों में जाकर सनातन धर्म का प्रचार प्रसार करेगा। ग्रुप के सदस्यों का कहना है कि, वह यहां आए हैं उनको बहुत अच्छा लग रहा है और भारतीय पूजा-पाठ पद्धति के प्रति यह आकर्षित है। इनको बदलने में सबसे बड़ा हाथ इटली में रह रहे हिंदू गुरु माही गुरुजी का है जिसकी वजह से इनकी जिंदगी अब बदल गई है।

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