रमेश सिन्हा, पिथौरा। रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ में करंट से हाथी की मौत के मामले में अभी जांच पूरी भी नहीं हुई है, इधर एक और गर्भवती हथनी की मौत करंट लगने से मौत हो गई है. ताजा मामला महासमुन्द जिले के पिथौरा वन परिक्षेत्र के किसनपुर बिट क्रमांक 491 का है.

आज सुबह पिथौरा वन परिक्षेत्र में ग्रामीणों ने एक मादा हाथी को किसनपुर गांव के पहाडों के नीचे मृत अवस्था में देखा, जैसे ही खबर गांव तक पहुंचे सैकड़ों लोग वहां पहुंच गए. ग्राम के सरपंच प्रतिनिधि कमलेश बारिक ने वन विभाग को इसकी सूचना दी. सूचना मिलते ही घटना के एक घंटे बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई.

मिजी जानकारी के अनुसार, घटना स्थल पर जले हुए लकड़ी के तुकड़े व जंगली जानवरों को पकड़ने के लिए बिछाए गए तार मिला है. आस-पास के हिस्से में घास भी जला हुआ है. हालांकि मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम सभी सामान एकत्रित कर सबूत जुटाने में लगी है.

डीएफओ मयंक पांडे ने लल्लूराम डॉट कॉम को बताया कि जंगली जानवरों का शिकार करने ग्रामीणों ने तार बिछाया था. इसकी चपेट में आने से हथनी की मौत हो गई. मामले में अभी जांच की जा रही है, वहीं हथनी के गर्भवती होने की आशंका पर कहा कि पीएम रिपोर्ट के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी. फिलहाल इस मामले में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी.

संसदीय सचिव राय ने पीसीसीएफ प्रमुख से ली घटना की जानकारी

वहीं ग्रामीणों ने हथनी की मौत की सूचना क्षेत्रीय विधायक चंद्रदेव राय को दी. जिस पर संसदीय सचिव चंद्रदेव राय ने तुरंत पीसीसीएफ प्रमुख राकेश चतुर्वेदी से बात कर घटना की जानकारी ली और तुरंत जांच करने निर्देशित किया. चतुर्वेदी ने कहा कि घटना की निष्पक्ष जांच होगी और दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी. यह पहली घटना है, क्षेत्र में इस प्रकार से किसी अज्ञात व्यक्तियों द्वारा मारा गया है, इससे बिलाईगढ़ विधायक काफी आहत है, और विभाग को तत्काल संज्ञान में लेते हुए कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.