अजयारविंद नामदेव, शहडोल। जिले में संचालित एसईसीएल (SECL) कोयला खदान में प्रबंधन की लापरवाही से एक ठेका श्रमिक की दर्दनाक मौत का मामला सामने आया है। इस मामले में प्रबंधन द्वारा खदान के भीतर हुई मौत को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। जब प्रबंधन का यही रवैया है तो ठेका कंपनी की भूमिका का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। ठेका श्रमिक के साथ काम करने वाले प्रत्यक्षदर्शी कर्मचारियों ने प्रबंधन की लापरवाही से मौत की बात कही है।
जानकारी के अनुसार खदान के भीतर प्राइवेट मजदूर (ठेका श्रमिक) टीकम सिंह की कटर मशीन के चपेट में आने से मौत हो गई। उसकी मौत काम के दौरान खदान के भीतर हुई है। प्रबंधन और ठेका कंपनी मुआवजा ना देना पड़े इसलिए अपनी गलती न मानकर श्रमिक की गलती बताकर मामले को दबाने का प्रयास कर रही है।
बताया जाता है कि मृतक श्रमिक बंगवार भूमिगत खदान ( अंडर ग्राउंड माइंस) कोयला प्रोडक्शन का काम कर रही जेएमएस कंपनी का कर्मचारी था। यह भी बताया जाता है कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं होने से मशीन की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई। घटना धनपुरी थानां क्षेत्र अन्तर्गत SECL बंगवार अंडर ग्राउंड कोल माइंस की है। जानकारी दलजीत सिंह (प्रत्यक्षदर्शी कर्मचारी) ने दी।
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