लखनऊ. हिजाब मामले को लेकर मौलाना खालिद रशीद फरंगीमहली ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का हम स्वागत करते हैं. उम्मीद करते हैं कि लार्जर बेंच हिजाब के धार्मिक महत्व को जरूर कंसीडर करेगी. कुरान में है कि मुस्लिम बच्चियां घर से निकलें तो अपने सर को कवर करें. हिजाब करने से रोकने का कानूनी अधिकार नहीं है.

बता दें कि हिजाब विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के दो जजों की राय बंटने के बाद इस मामले में मुस्लिम पक्ष ने खुशी जाहिर की है. लखनऊ ईदगाह के पेश इमाम मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने जस्टिस सुधांशु धूलिया की तरफ से हिजाब बैन को रद्द करने के फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि मुस्लिम महिलाएं और लड़कियां सम्मान में हिजाब पहनती हैं. उन्होंने कहा कि धार्मिक मान्यताओं को जारी रखना जरूरी है.

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मीडिया से बातचीत में मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने जस्टिस धूलिया की तारीफ की और कहा कि जज साहब ने शिक्षा के हक को अहम समझा, इसके लिए मुस्लिम समुदाय उनका शुक्रगुजार रहेगा. उन्होंने ये भी उम्मीद जताई कि बड़ी बेंच जब इस मामले में सुनवाई करेगी, तो वो भी मुस्लिम लड़कियों की शिक्षा पर जरूर ध्यान देगी.