लखनऊ. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने समाजवादी पार्टी (सपा) मुखिया अखिलेश यादव पर हमला बोला और उन्होंने नवनिर्वाचित विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की आड़ में अपने विदेशी दौरों को उचित ठहराने का आरोप लगाया है.

बसपा प्रमुख मायावती ने बुधवार को ट्वीटर के माध्यम से सपा अध्यक्ष पर हमला बोलते हुए कहा, नवनिर्वाचित यूपी विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के अनेकों बार विदेश भ्रमण की आड़ में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव का अपने विदेश दौरों को विकास के बहाने उचित ठहराने का प्रयास उनकी उन कमियों पर पर्दा डालने की कोशिश है, जिसका शिकार भाजपा उनको अक्सर बनाती रही है, जो क्या सही?

उन्होंने आगे लिखा कि समग्र विकास के लिए सही सोच व विजन जरूरी है जो बिना विदेशी दौरे के भी संभव है. ऐसा बीएसपी सरकार ने ताज एक्सप्रेसवे, गंगा एक्सप्रेसवे आदि के जरिए साबित करके दिखाया है. जिस प्रकार दंगा, हिंसा व अपराध-मुक्ति के लिए आयरन विल पावर जरूरी, उसी तरह विकास हेतु भी संकीर्ण नहीं, सही सोच जरूरी.

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बता दें कि 29 मार्च को विधानसभा अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद सपा मुखिया अखिलेश ने उन्हें धन्यवाद देते हुए कहा कि आपकी जिम्मेदारी बहुत बड़ी है. आपको हमारे अधिकारों की रक्षा करनी है. हालांकि, आप राइट साइड से आए हैं, लेकिन ध्यान आपको लेफ्ट साइड का रखना है. उन्होंने आपको छोड़ दिया है. अब आप राइट की तरफ नहीं देखेंगे आप, केवल लेफ्ट की तरफ देखिए. हाउस के वह रेफरी हैं आप, कभी गेम का हिस्सा नहीं बन जाना, क्योंकि आप राइट से आए हैं.

अखिलेश यादव ने महाना की विदेश यात्राओं का जिक्र करते हुए कहा आप लगभग 35 देश घूमकर आए हैं, यह बात तो मुझे पहले पता होनी चाहिए थी. इस पर महाना ने हंसते हुए कहा- आपने प्रयास नहीं किया ना. इस पर सदन में ठहाके लगे. इसके बाद अखिलेश ने कहा कि मुझे खुशी यह है कि ऐसे सदस्य अध्यक्ष बने हैं, जो अब जब कभी विदेश यात्रा होगी तो भूलेंगे नहीं, यह नहीं करना कि केवल राइट वालों को ले जाएं आप.

सपा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री योगी पर तंज कसते हुए कहा कि राइट में कुछ ऐसे सदस्य हैं जो विदेश नहीं जाना चाहते. इस पर स्पीकर ने उनसे नाम पूछ लिया तो खुद अखिलेश यादव दूसरे सदस्यों के साथ ठहाका लगाने लगे. उन्होंने कहा कि वह बात को आगे नहीं बढ़ाना चाहते.

नेता विपक्ष ने विदेश यात्रा के फायदे बताते हुए कहा, यह मैं इसलिए कह रहा हूं कि विदेश जाने का कुछ लाभ भी है. मैं उन लाभों की बात नहीं कर रहा हूं जो कभी-कभी लोग उठाते हैं. यह जो एक्सप्रेस वे की बात नेता सदन कह रहे थे, यदि मैं विदेश नहीं गया होता तो शायद देश का सबसे अच्छा एक्सप्रेस नहीं बना पाता. यदि मैं विदेश नहीं गया होता तो आपके शहर को मेट्रो नहीं बना पाता. हम जिस इमारत में बैठे हैं वह ब्रिटिश काल की है. मुझे खुशी है इस बात की नेता सदन जिस इमारत में बैठते हैं उसे समाजवादी पार्टी की सरकार ने बनाया.