सुशील सलाम, कांकेर। जिले के आमाबेड़ा, लोहत्तर और तरानंदुल से नाबालिग लड़के-लड़कियों को दलाल तमिलनाडु के सेलम ले गए थे, जहां किसी से कपड़ों की फैक्ट्री में, किसी से दुकान में तो किसी से रेलवे स्टेशन में काम कराया जा रहा था. स्थानीय प्रशासन इन बच्चों को बुधवार को वापस कांकेर भेजा, जिन्हें काउंसिलिंग के बाद परिजनों को सौंप दिया गया.

सेलम में अलग-अलग स्थानों के साथ रेलवे स्टेशन में काम कर रहे नाबालिगों को देखकर आरपीएफ को सन्देह हुआ, और बच्चों से पूछताछ की,  जिसमें उन्होंने काम के सिलसिले में छतीसगढ़ से आना बताया. रेलवे पुलिस ने इन बच्चों को सेलम जिला प्रशासन को सौंप दिया था. इसके बाद सेलम प्रशासन ने कांकेर प्रशासन से सम्पर्क कर बच्चों द्वारा बताए गए अपने घर के पतों की पुष्टि करवाई, जिसके बाद बुधवार को सेलम से 8 सदस्यीय टीम बच्चों को कांकेर लेकर पहुंची. बच्चों की काउंसिलिंग जिले के अधिकरियों द्वारा करने के बाद उनके परिजनों को सौंप दिया गया.