संजीव शर्मा, कोंडागांव। फ्लड लाईट लगा कर क्रिकेट, बैडमिंटन मैच तो बहुत देखा जा सकता है, लेकिन फ्लड लाइट लगाकर मनरेगा कार्य करते लोग पहली बार नजर आए. ये नज़ारा है जनपद पंचायत फरसगांव के ग्राम पंचायत भुमका का. ग्रामीण मजदूर अलसुबह 3.30 बजे से मनरेगा काम पर आ जाते हैं. काम में कोई परेशानी न आए इसके लिए कार्यस्थल पर सरपंच लाइट की व्यवस्था करवाई है.

बता दें कि वर्तमान में ग्रामीण अंचलों में धान कटाई – मिंजाई के साथ ग्रामीण धान को खरीदी केंद्र तक ले जाने में व्यस्त हैं. इस दौरान ग्रामीण क्षेत्र में मजदूर मिलना आसान नहीं. ऐसे में मजदूर अलसुबह 3.30 बजे से सुबह 8 तक मनरेगा का काम खत्म कर के अपने दैनिक कार्यों में चले जाते.

मजदूरों की मानें तो मजदूरी भुगतान एवं अन्य जागरूकता की कमी के लिए कुछ समय पहले इस ग्राम पंचायत में मनरेगा के काम से ग्रामीणों दूर भागते थे, मगर ग्राम पंचायत के पदाधिकारियों के साथ ग्राम पंचायत के जागरूक युवा अशोक चनाप के प्रयास से यह संभव हो पाया है कि ग्रामीणों मनरेगा को अपनी पहली प्राथमिकता देते हुए आर्थिक रूप से मजबूत हो रहे हैं.

वित्तीय वर्ष 2022-23 में ग्राम पंचायत भूमका में 22 वन आधिकार धारी हितग्राहियों को लाभ दिलाने हुए कार्य स्वीकृत करवाया गया है, जिसमे 16 भूमि सुधार, 5 डबरी निर्माण एव एक पशु आश्रय निर्माण कार्य प्रगति पर हैं. ग्राम पंचायत में कुल 316 जॉब कॉर्ड धारियों में 256 जॉब कॉर्ड सक्रिय रूप के कार्यरत हैं. वर्तमान में ग्राम पंचायत में आज तक 7787 मानव दिवस सृजित किया जा चुका है.

फरसगांव जनपद पंचयात मुख्य कार्यपालन अधिकारी निकिता मरकाम इसे बहुत अच्छी पहल बताती हैं. वे कहती हैं कि पंचायत के लोगों की सुबह 3.30 बजे उठ जाते हैं. 8 बजे तक मनरेगा कार्य के बाद अपने-अपने घरों के काम में लग जाते हैं. चूंकि अभी धान की कटाी-मिंजाई और बिक्री सब करना है, इसलिए समय का प्रबंधन करते हुए सुबह काम की व्यवस्था की गई है.

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