नई दिल्ली। राजस्थान हाईकोर्ट के जस्टिस के मोर के सेक्स नहीं करने की टिप्पणी सोशल मीडिया में जबरदस्त ट्रेंड कर रही है। ट्वीटर और फेसबुक में इस पर जमकर चटखारे लगाए जा रहे हैं। बॉलीवुड भी खुद को रोक नहीं पाया। अभिनेत्री ट्वींकल खन्ना, सोनाक्षी सिन्हा और श्रुति सेठ ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

ट्विंकल ने लिखा है

”मोर सैक्स नहीं करते क्योंकि जंगल में मोर नाचा किसने देखा।”

 

सोनाक्षी ने लिखा है

 

”किसी ने कहा है कि पिकॉक सैक्स नहीं करते, वो आंसू पीकर जन्म देते हैं. वाव. मांइड इज़ ब्लोन. स्लोक्लैप”

 

 

 

 

टीवी एक्ट्रेस और एंकर श्रुति सेठ ने इस मसले पर काफी बोल्ड टिप्पणी की है. उन्होंने दो ट्वीट किए हैं

पहले ट्वीट में श्रुति ने लिखा है –

”मैं कुछ आंसू पीने के लिए खोज रही हूं”

श्रुति ने दूसरा ट्वीट में लिखा है.

”इंटरनेट पर कोवफेफे (अमेरिकी नेताओं के मज़ाक बनाने वाले ) से ज्यादा मजेदार कुछ है तो ये है. इस आदमी को जज किसने बना दिया. और आप जानते हैं f@##$@# साइंस क्या है? ”

 

दरअसल राजस्थान हाईकोर्ट के जस्टिश महेशचंद्र शर्मा ने हिंगोनिया गौ-शाला मामले में सुनवाई करते हुए सरकार को गाय को राष्ट्रीय पशु और गौवध करने वाले को उम्र कैद की सजा का सुझाव दिया था। अपने सुझाव के तर्क में उन्होंने गाय की तुलना मोर से करते हुए दोनों की प्रजातियों को पवित्र बताया था।
जज साहब ने मोर की पवित्रता का विस्तार से वर्णन करते हुए कहा था, “मोर ताउम्र ब्रम्हचारी रहता है वह कभी सेक्स नहीं करता और मोर के आंसुओं को पीने से मोरनी गर्भवती होती है”.
खुद को भगवान शिव का भक्त बताने वाले जज साहब ने अपनी बात को सत्य साबित करने के लिए भगवान को भी शामिल कर लिया, उन्होंने कहा कि चूंकि मोर ब्रम्हचारी होता है. इसलिए भगवान कृष्ण उसके पंख को अपने शीश पर स्थान देते थे। इसी तरह गाय के अंदर भी इतने गुण हैं कि उसे राष्ट्रीय पशु घोषित किया जाना चाहिए.

हाई कोर्ट के जज ने क्या कहा था यहाँ पढ़िए