न्यामुद्दीन अली, अनूपपुर। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक (IGNTU) में जब पुलिस एक विवेचना के लिए विश्वविद्यालय के गुरु गोविंद बालक छात्रावास में गई, तो छात्रों ने पुलिस को ही घेर लिया। बिना परमिशन विश्वविद्यालय में विवेचना के लिए आने पर माफीनामा लिखवाकर पुलिस वालों को छात्रों ने छोड़ा। एसआई के माफीनामा लिखने और पढ़ते हुए का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

दरअसल गुरु गोविंद बालक छात्रावास में रहने वाले छात्र ने मारपीट की शिकायत अमरकंटक थाने में की थी। जिस पर अमरकंटक पुलिस ने आईपीसी की धारा 294 ,323, 506 बी के तहत मामला दर्ज किया था। पुलिस घटनास्थल पहुंचकर छात्र से पूछताछ करने के उद्देश्य से विश्वविद्यालय के छात्रावास पहुंची थी। अचानक पुलिस को देख कर छात्रावास में रहने वाले छात्रों ने पुलिस को ही घेर लिया।

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विश्वविद्यालय प्रबंधन के अनुमति के बिना आई पुलिस से वाद-विवाद होने लगा। हालात यहां तक पहुंच गए कि छात्रों के दबाव में पुलिस दल के साथ आए हुए सब इंस्पेक्टर ने इसे अपनी भूल मानते हुए वहां उपस्थित छात्रों से लिखित माफी मांगी और इस बात का आश्वासन भी दिया कि भविष्य में विश्वविद्यालय प्रबंधन से पूछकर अनुमति से ही आएंगे।

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माफीनामे के बाद पुलिस को गेट खोलकर बार किया गया। छात्रों का दबाव इतना अधिक था कि अमरकंटक पुलिस बिना मामले की जांच किए ही बैरंग लौट गई। इसका वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें साफ देखा जा सकता है कि अमरकंटक थाने में पदस्थ सब इंस्पेक्टर बीएल गौलिया लिखित भूल मानते हुए उसे पढ़कर छात्रों को सुना रहे हैं और छात्र अपनी जीत पर ताली बजाते हुए मजबूर पुलिस को छोड़ते हुए खुशी मनाते दिख रहे हैं।

वहीं इस मामले में एसआई बीएल गौलिया ने बताया कि IGNTU के गुरु गोविंद बालक छात्रावास में सोन बाबू तिवारी ने उज्जवल मिश्रा के खिलाफ मारपीट और जान से मारने की धमकी की शिकायत दर्ज कराई थी। घटना का नक्शा और पूछताछ के लिए बालक छात्रावास गया हुआ था। तभी कुछ छात्रों ने मुझसे बहस करते हुए कहा कि आप कैसे बिना परमिशन के आ गए। वाद विवाद को देखते हुए छात्रों को विश्वविद्यालय के गार्ड रूम के पास बुलाया। जहां छात्र गेट बंदकर वाद-विवाद करने लगे और माफी मांगने के बाद ही छोड़ने की बात कही। जिसके बाद छात्रों का आक्रोश देखते हुए मैंने वहां लिखित में दोबारा बिना परमिशन के आने की बात कही, जिसके बाद गेट खोला गया।

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