शब्बीर अहमद, भोपाल। केंद्र सरकार (Central Government) के सदन में रखे गए आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey) पर मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ कमलनाथ (PCC Chief Kamal Nath) ने सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने जो आर्थिक सर्वेक्षण रखा है, उससे देश की अर्थव्यवस्था (Economy) धुंधली नजर आती है। आंकड़ों की बाजीगरी करने की बजाय सरकार को अर्थनीति पर काम करना चाहिए। ऐसा न हो कि पिछली बार की तरह इस बार भी पूर्वानुमान पटरी से उतर जाए।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट (Tweet) कर लिखा है कि केंद्र सरकार ने आज सदन में जो आर्थिक सर्वेक्षण रखा है, उससे देश की अर्थव्यवस्था की धुंधली तस्वीर नजर आती है, पिछले साल के आर्थिक सर्वेक्षण में सरकार ने 8 से 8.5 प्रतिशत विकास दर रहने की आशा जताई थी, जबकि वास्तविक विकास दर 7% ही आई।

सीएम v/s पूर्व सीएम: शिवराज ने हवा में लहराया कांग्रेस का वचन पत्र, कहा- ये झूठ का पुलिंदा है, चौथे दिन पूछा चौथा सवाल, जवाब में कमलनाथ ने भी दाग दिए सवाल

इस बार के आर्थिक सर्वेक्षण में 2023-24 में 6 से 6.8 प्रतिशत विकास दर रहने की संभावना जताई गई है। कहीं ऐसा ना हो कि पिछली बार की तरह इस बार भी पूर्वानुमान पटरी से उतर जाए और अर्थव्यवस्था 4.5 से 5% के बीच ही रह जाए। सरकार को आंकड़ों की बाजीगरी करने के बजाय इस तरह की अर्थनीति पर काम करना चाहिए, जिससे आर्थिक गतिविधि मजबूत हो और समाज के सबसे कमजोर वर्ग के व्यक्ति तक पैसे की पहुंच हो।

प्रदूषण रोकने एमपी सरकार का बड़ा फैसलाः स्क्रैप पॉलिसी में किया बड़ा बदलाव, मार्च 2024 तक स्क्रैप करने पर टैक्स में मिलेगी 90 फीसदी छूट

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus