शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सरकारी डॉक्टर्स (doctors strike) आज से हड़ताल पर चले गए हैं। जिससे प्रदेश में बिगड़ती स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर शिवराज सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार मरीजों का निजी अस्पतालों में फ्री में इलाज करवा रही है।

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दरअसल, सीएम शिवराज के निर्देश के बाद शहर के प्राइवेट अस्पतालों को आऱिक्षत किया गया है। जेपी और हमीदिया पहुंचने वाले मरीजों को कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर निजी अस्पताल चिरायु और जेके अस्पताल भेजा जा रहा है, जहां उनका फ्री में इलाज किया जा रहा है। प्रशासन ने 1500 बेड आरक्षित करवाया है।

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बता दें कि दो प्रमुख मांगों को लेकर बुधवार से सरकारी डॉक्टर हड़ताल शुरू कर दी है। इससे पहले दो दिन तक डॉक्टर काली पट्टी बांधकर इलाज कर रहे थे। हड़ताल की वजह से प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था बिगड़ गई है। इसको देखते हुए प्रशासन ने निजी अस्पतालों में मरीजों का इलाज कराने का फैसला लिया है। राजधानी समेत प्रदेश के कई जिलों में प्राइवेट अस्पतालों में प्रशासन ने बेड आरक्षित किए हैं।

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हाईकोर्ट ने हड़ताल को बताया अवैध

इधर, जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए जबलपुर हाईकोर्ट ने डॉक्टर्स की हड़ताल को अवैध बताया है। हाईकोर्ट ने सभी डॉक्टरों को काम पर वापस आने के लिए कहा है।

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