शरद पाठक, छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले की शहरी क्षेत्र में बाघ दिखाई दिया है। शहर से लगे हुए चंदन गांव के इलाके में काफी स्थानों में बाघ के पैर के निशान देखे गए हैं। शहरी क्षेत्र में बाघ के आने से अब क्षेत्र के निवासियाें में दहशत का माहौल है।

अभी तक छिंदवाड़ा में पेंच नेशनल पार्क से लगे हुए क्षेत्र में कभी-कभी बाघ दिखाई पड़ता था। लेकिन कई सालों बाद हुआ है कि शहरी क्षेत्र में बाघ की एंट्री हुई है। निगम क्षेत्र में आने वाले चंदन गांव के आसपास कई जगहों में बाघ के विचरण करने के सबूत मिले हैं। कई किसानों को अपने खेतों में और रहवासियों को अपने घरों के आसपास बाघ के पैर के निशान मिले हैं।

गोगो पेपर पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई: पुलिस ने चेकिंग के दौरान कई क्षेत्रों से किया जब्त, जानिए क्या है यह जिसे  बैन करने पुलिस कमिश्नर ने दिए थे आदेश

क्षेत्रवासियों ने बताया कि रात में अचानक कुत्ते भौंकने लगते हैं, जिससे बाघ के आने का संकेत मिलता है। लेकिन अंधेरे में कुछ दिखाई नहीं देता। सुबह बाघ के पैर के निशान दिखाई देते हैं। क्षेत्र वासियों का कहना है कि दो-तीन दिन से लगातार बाघ का मूवमेंट होने के बाद भी वन विभाग की टीम इसे गंभीरता से नहीं ले रही है। बाघ को पकड़ने के लिए कोई गंभीर प्रयास नहीं किए जा रहे हैं।

विकसित भारत एम्बेसडर कार्यशाला: वीडी शर्मा ने भाजपा कार्यकर्ताओं को दिलाई सदस्यता, इस सीट को बताया सबसे चर्चित

शुरुआत के दिनों में वन विभाग की टीम ने क्षेत्र वासियों को यह तक कह दिया था कि बाघ अब अपने क्षेत्र में लौट चुका है। चिंता की कोई बात नहीं है। लेकिन फिर भी उसकी मूवमेंट लगातार बनी हुई है। इस घटना के कारण क्षेत्रवासी काफी दहशत में हैं और प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं। दूसरी तरफ वन विभाग इसे सामान्य घटना बताकर अपना पल्ला झाड़ रहा है।

‘तमंचे पे ठुमके मरावे मेरा यार’, Video: युवकों को कट्टा लहराते डांस करना पड़ा भारी, पुलिस ने गिरफ्तार कर निकाला जुलूस

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus